राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 20 नवंबर। छत्तीसगढ़ प्रदेश की जनता से बिजली बिल में बढ़ी हुई सुरक्षा निधि के नाम पर विद्युत विभाग द्वारा दो माह का एडवांस बिजली बिल उपभोक्ताओं से वसूला जा रहा है और उनकी जेब पर डाका डाला जा रहा है।
जनता पर बढ़े हुए बिजली बिल का अनावश्यक बोझ लादा गया है। जिसके लिए प्रदेश की सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ही जिम्मेदार है। शासन-प्रशासन द्वारा प्रदत्त लूट की छूट के कारण विद्युत विभाग द्वारा प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं से बढ़ी हुई सुरक्षा निधि के नाम पर बिजली बिलों में अवैध रूप से अतिरिक्त राशि की वसूली की जा रही है। जिसके कारण बिजली बिलों में इस माह की राशि गत ्माह की अपेक्षा काफी बढ़ी हुई आई है और बिजली बिल पटाने में उपभोक्ताओं को 440 वोल्ट का करंट लग रहा है।
कांग्रेस पार्टी पर उक्त आरोप लगाते पूर्व सांसद मधुसूदन यादव ने कहा कि जैसे ही देश के अन्य राज्यों में चुनाव की घोषणा होती है, वैसे ही छत्तीसगढ़ राज्य में जनता के जेबों पर किसी न किसी रूप में डाका डालने का खेल शुरू हो जाता है।
श्री यादव ने जारी विज्ञप्ति में आगे कहा कि विगत दिनों उत्तरप्रदेश पंजाब एवं असम राज्य में चुनाव के समय जब प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल को दिल्ली हाईकमान ने कांग्रेस पार्टी का स्टार प्रचारक बनाकर भेजा था, तब छत्तीसगढ़ राज्य में सीमेंट, रेत और सरिया की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि हुई थी और प्रदेश की जनता को गृह निर्माण हेतु दोगुनी-चौगुनी कीमत चुका कर सीमेंट, रेत और लोहा खरीदने मजबूर होना पड़ा था। वर्तमान समय में हिमाचल प्रदेश एवं गुजरात राज्यों में चुनावी सरगर्मी तेज होते ही एक बार फिर छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार ने जनता को बिजली बिल में बढ़ोत्तरी के रूप में बिजली का तेज करंट मारा है। जिससे उपभोक्ता जनता बिलख उठी है।
श्री यादव ने चेतावनी देते कहा है कि कांग्रेस शासन बढ़े हुए बिजली बिल के माध्यम से छत्तीसगढ़ की भोली-भाली जनता को छलने का प्रयास कर रही है। जिसका प्रदेश भाजपा द्वारा हर स्तर पर पुरजोर विरोध किया जाएगा।
यदि शासन-प्रशासन द्वारा बिजली बिल की आड़ में चल रहे इस गोरखधंधे को नहीं रोका गया तो प्रदेश की जनता के हित में भाजपा बढ़ी हुई विद्युत दरों एवं सुरक्षा निधि को वापस लेने उग्र आंदोलन एवं विरोध प्रदर्शन करेगी। जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।