रायगढ़
सारंगढ़, 12 दिसंबर। यज्ञ आदिरत्न इंदौर जौन की जोनल प्रजा पिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरी विश्वविद्यालय की सेवाओं को छत्तीसगढ़ में विस्तारित करने में कमला दीदी का अहम भूमिका रही। राजयोगिनी ब्रम्हाकुमारी कमला दीदी 81 वर्ष की अवस्था में शनिवार सुबह 9.10 अपने पार्थिव शरीर का त्याग कर दिया । ब्रह्माकुमारी संस्थान के कंचन बहन ने बताया कि माउंट आबू के बाहर विश्व का प्रथम रिट्रीट सेंटर के रूप में शांति सरोवर का निर्माण उनके ही अथक परिश्रम से संभव हो सका ।वर्तमान समय इंदौर जोन की क्षेत्रीय निर्देशिका के रूप में छत्तीसगढ़ , मध्यप्रदेश के साथ ही समीपवर्ती राजस्थान और उड़ीसा के कुछ सेवा केंद्रों का प्रशासन भी देख रही थी। कमला दीदी ने ब्रम्हाकुमारी एजुकेशनल सोसाइटी एवं राज योगा एजुकेशन एंड रिसर्च फाउंडेशन की गवर्निंग बोर्ड की सदस्य होने के साथ ही साथ सुरक्षा सेवा प्रभाग की नेशनल कोऑर्डिनेटर भी थी। आदिवासियों के प्रति दया भाव रखने के कारण उन्होंने आदिवासियों के जीवन में अध्यात्म की अलख जगाने में सफल हुई।