बीजापुर

जिपं उपाध्यक्ष कारम ने सीएम, प्रभारी मंत्री, बविप्र अध्यक्ष व विधायक का जताया आभार
14-Dec-2022 3:03 PM
जिपं उपाध्यक्ष कारम ने सीएम, प्रभारी मंत्री, बविप्र अध्यक्ष व विधायक का जताया आभार

 शहीद नागुल दोरला के नाम पर आवापल्ली महाविद्यालय, होगी प्रतिमा स्थापित  

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 14 दिसंबर।
साल वनों की कटाई के विरुद्ध फूतकेल, कटपल्ली व भेज्जी से आदिवासी आंदोलन का बिगुल फूंकने वाले शहीद नागुल दोरला की आदमकद प्रतिमा आवापल्ली में स्थापित होगी। इतना ही नहीं आवापल्ली महाविद्यालय का नाम भी शहीद नागुल दोरला के नाम पर रखने का निर्णय बस्तर विकास प्राधिकरण की बैठक में लिया गया हैं। इस महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए जिला पंचायत उपाध्यक्ष कमलेश कारम ने सीएम, प्रभारी मंत्री, बविप्र अध्यक्ष व क्षेत्रीय विधायक का आभार व्यक्त किया हैं।
ज्ञात हो कि शनिवार को बीजापुर में पहली बार बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक रखी गई थी। इस बैठक में जहां कई महत्त्वपूर्ण निर्णय लिए गए तो वहीं कई घोषणाएं की गई। बैठक में दोरला समाज के क्रांतिकारी नेता शहीद नागुल दोरला की ब्लाक मुख्यालय आवापल्ली में दस लाख रुपये की लागत से आदमकद प्रतिमा स्थापित करने का निर्णय लिया गया हैं। इसके अलावा आवापल्ली महाविद्यालय का नाम भी अब शहीद नागुल दोरला के नाम पर करने की घोषणा की गई है।

क्षेत्र के  जिला पंचायत उपाध्यक्ष व प्रदेश युवा कांग्रेस के महासचिव कमलेश कारम ने इस निर्णय का स्वागत करते हुए खुशी जाहिर कर दोरला समाज ब्लॉक इकाई की तरफ से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रभारी मंत्री कवासी लखमा, बविप्र अध्यक्ष लखेश्वर बघेल व बविप्र उपाध्यक्ष व क्षेत्रीय  विधायक विक्रम मंडावी का आभार व्यक्त किया हैं। बता दें कि वर्ष 1859 में अंग्रेजी शासन के समय बीजापुर जिले के फुतकेल, कटपल्ली व भेज्जी क्षेत्र में साल वनों की कटाई के विरुद्ध एक आदिवासी आंदोलन शुरू किया गया था। जो कोई विद्रोह का नाम से पूरे देश में जाना जाता हैं। कोई विद्रोह भारत की जल जंगल जमीन को बचाने का आंदोलन हैं। जंगल की कटाई के काम में जैसी गति पकड़ी आदिवासी जमीदारों ने मिलकर यह तय किया कि अब जंगल और नहीं कटने दिया जाएगा।मांझीयो ने एक राय होकर फैसला किया कि एक पेड़ के पीछे एक सिर होगा। इस आंदोलन में एक वृक्ष एक सिर का नारा दिया गया। आंदोलन के नेतृत्वकर्ता नागुल दोरला की अगुवाई में आदिवासी जमीदारों के इस विद्रोह के सामने अंग्रेज सेना को भी अपने पैर खींचने पड़े साथी निजाम के आदमियों को दिए गए ठेके निरस्त किए गए।

कोई आंदोलन ने अपनी सफलता का इतिहास रच दिया। शहीद नागुल दोरला की मूर्ति स्थापित होने से क्षेत्र के दोरला समाज गौरान्वित है।
यह क्षेत्र के विधायक व बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विक्रम शाह मंडावी के प्रयासों से संभव हो पाया है। जिसके लिए पूरे दोरला समाज की ओर से जिला पंचायत उपाध्यक्ष व युवा कांग्रेस प्रदेश महासचिव कमलेश कारम  ने सभी धन्यवाद ज्ञापित कर आभार व्यक्त किया हैं।
 

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news