बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 31 दिसंबर। बलोदाबाजार रायपुर मार्ग पर अंबेडकर चौक के आगे प्रशासन द्वारा 2022-23 में शासकीय देशी-विदेशी मदिरा दुकान प्रारंभ किया गया है।
शाम होते ही मदिरा प्रेमियों का जमावड़ा लग जाता है। इसके द्वारा शराब दुकान के सामने सडक़ के दोनों ओर वाहन खड़ा कर दिया जाता है, जबकि शराब दुकान के सामने मेन रोड पर बड़ी संख्या में लोगों के खड़े रहने से यहां से आवागमन करने वाले लोगों को अत्यधिक असुविधा का सामना करना पड़ता है, क्योंकि नए वर्ष का जश्न अभी से जारी है अत: इन दुकानों में मेले सा नजारा लगा रहता है। हैरत की बात है कि आमजनों को होने वाली असुविधा के बावजूद आबकारी अमले शराब दुकान के कर्मचारियों अथवा यातायात पुलिस मूकदर्शक बनी बैठी है।
पूर्व में रिसदा मार्ग पर देसी विदेशी मदिरा दुकान प्रारंभ किया गया था पश्चात मई 2022 में रायपुर मार्ग पर राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 130 के किनारे देशी-विदेशी मदिरा दुकान प्रारंभ किया गया है पूर्व में इन दोनों मार्गों के सुरक्षित होने के चलते मार्ग के स्त्री-पुरुष प्रात: व सायंकाल भ्रमण हेतु आवागमन करते थे परंतु वर्तमान में मदिरा प्रेमियों की भीड़ के चलते इनका सुरक्षित दुष्कर हो गया है। विशेषकर रायपुर मार्ग पर समस्या और भी गंभीर है ठंड के मौसम में दिन जल्दी ढल जाने एवं मार्ग की स्ट्रीट लाइटों के चलने में विलंब की वजह से शराबियों के अचानक सडक़ पर आने का अनुमान नहीं लग पाता इसके द्वारा दुकान के सामने इसके अलावा डिवाइडर की दूसरी और भी अपनी वाहन को खड़ा कर दिया जाता है यह जान जोखिम में डालकर डिवाइडर पार कर दूसरी ओर स्थित शराब दुकान तक पहुंचते हैं। इसके अक्सर दुर्घटना की आशंका बनी रहती है अक्सर सायं काल में रायपुर व बलौदा बाजार से यात्री बसों निजी वाहनों के अलावा शासकीय विभाग की वाहनों का आवागमन इस एक मात्र से होता है। ऐसे में मदिरा प्रेमियों की लापरवाही दुर्घटना को सतत आमंत्रण देती है नगर वासियों ने आबकारी विभाग के अलावा यातायात पुलिस से इस स्थान पर व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग किया है।
नगर पालिका द्वारा रामसागर तालाब हुआ इंदिरा कॉलोनी के चारों ओर पृथ्वी का निर्माण कराया गया था, जिससे प्रात: हुआ सायंकाल वाक करने वाले लोगों को उम्मीद जागृत हुई थी कि अब उक्त दोनों मार्गों पर शराब दुकान के संचालन के बाद उन्हें असुरक्षित नहीं होती और वे सुरक्षित भ्रमण कर सकेंगे, परंतु रखरखाव के अभाव में यह पथ में भी जर्जर व अनु उपयोगी होते जा रहे हैं, वहीं शाम होते ही इन पत्र में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लग जाता है। अक्सर रात्रि में मदिरापान कर शराब की बोतलें यहां फोड़ दिया जाता है इस वजह से यहां वॉकिंग हेतु भी लोग आने से कतराते हैं।