बलौदा बाजार
नगर तथा ग्राम निवेश विभाग ने जारी किया नोटिस
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 16 जनवरी। अल्ट्राटेक सीमेंट के ग्राम करमनडीह-पिपराही में स्थापित होने जा रहे सीमेंट संयंत्र पर बगैर जमीन डायवर्सन कराएं कृषि भूमि पर निर्माण कार्य का आरोप लगा है। यही नहीं पूर्व में ग्राम हिर्मी व रावन स्थित कंपनी के संयंत्रों पर इस तरह का आरोप लगाए जाने के पश्चात सहायक संचालक नगर निवेश बलोदाबाजार द्वारा संयंत्र प्रबंधन को नोटिस जारी किया है, जबकि संयंत्र के अधिकारी ऐसे कोई नोटिस नगर निवेश द्वारा दिए जाने से इंकार कर रहे हैं।
गौरतलब है कि इस संबंध में कुछ ग्रामीणों व आरटीआई कार्यकर्ताओं द्वारा मुख्यमंत्री कार्यालय में शिकायत की गई थी, पश्चात संचालनालय नगर तथा ग्राम निवेश नवा रायपुर अटल नगर द्वारा 13 दिसंबर 2022 को एक पत्र प्रेषित कर सहायक संचालक नगर निवेश बलोदाबाजार को कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया था।
इसके बाद 26 जनवरी 2022 को सहायक संचालक नगर तथा ग्राम निवेश बलौदा बाजार में अल्ट्राटेक सीमेंट संयंत्र रवान हिर्मी करमनडीह पिपराही प्रबंधन को एक नोटिस जारी किया गया था। इसमें उल्लेख है कि बलोदा बाजार जिला अंतर्गत किसी भी प्लांट के निर्माण कार्य के पूर्व नगर तथा ग्राम निवेश विभाग से विधिवत विकास अनुज्ञा प्राप्त करने का प्रावधान है परंतु नियमों का कंपनी ने पालन नहीं किया गया है।
इस पत्र में संयंत्र प्रबंधन को 07 दिवस में आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराने भी कहा गया था इसके बावजूद प्रबंधन द्वारा विस्तृत जानकारी नगर निवेश विभाग को उपलब्ध नहीं कराई गई है।
अवैध उत्खनन के चलते 92.61 करोड़ का लगा था जुर्माना
अल्ट्राटेक सीमेंट संयंत्र हिर्मी पर पर्यावरणीय नियमों का उल्लंघन एवं नियम विपरीत अधिक मात्रा में चूना पत्थर उत्खनन के चलते नहीं 926118411 रुपए जुर्माना मुआवजा जिला खनिज विभाग द्वारा अधीरोपित किया गया था।
इस संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार बलौदा बाजार के सिमगा तहसील अंतर्गत अल्ट्राटेक सीमेंट द्वारा हिर्मी को ग्राम परसवानी सकलोर हिर्मी बरडीह फुडरडीह के 997.355 हेक्टेयर क्षेत्र का चूना पत्थर खनिज का खनीपट्टा 22 फरवरी 1993 से 21 फरवरी 2013 की अवधि के लिए स्वीकृत है।
इस क्षेत्र में 4.2 एमटीपीए चूना पत्थर उत्पादन की स्वीकृति प्रबंधन को प्राप्त हुई थी जिसे बढ़ाकर 10 एमटीपीए करने व पर्यावरण स्वीकृति हेतु नो ड्यूज प्रदान करने संयंत्र प्रबंधन द्वारा 22 अगस्त 2020 को एक आवेदन कार्यालय कलेक्टर खनिज शाखा बलोदाबाजार के समक्ष प्रस्तुत किया गया. जिस पर 31 अक्टूबर 2022 को खनिज अधिकारी बलोदाबाजार द्वारा एक पत्र प्रबंधन को जारी कर बगैर पर्यावरण जल/वायु संपत्ति के 2000-01 एवं 1 अप्रैल 2001 से 30 सितंबर 2001 तथा 1 अक्टूबर 2002 से 28 फरवरी 2003 तक प्रबंधन द्वारा बगैर अनुमति के चूना पत्थर उत्खनन को गंभीर लापरवाही मानते हुए एनवायरमेंट इंपैक्ट एसेसमेंट नोटिफिकेशन 1994 व 2006 का उल्लंघन मानते हुए एमएमडीआर एक्ट 1957 की धारा 21 (5) के तहत निकाले गए खनिज के लिए मुआवजा के रूप में 926118441 रुपए जमा करने हेतु नोटिस जारी किया गया था।
इस पत्र में यह भी उल्लेख है कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेश 2 अगस्त 2017 के पालन में नो ड्यूज जारी करना संभव नहीं है इसके पश्चात तमाम प्रक्रियाएं व प्रबंधन की आनाकानी के बाद अंतत: केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने 6 दिसंबर 2022 को उक्त राशि जिला खनिज कार्यालय बलौदाबाजार में जमा कर रसीद प्रस्तुत करने पर एनओसी प्रदान करने निर्देशित किया गया इस आदेश के परिपालन में 14 दिसंबर 2022 को अंतत: प्रबंधन को उक्त राशि का बैंक गारंटी खनिज विभाग के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
पुन: नोटिस जारी किया गया है
ग्राम करमनडीह पिपराही में कृषि भूमि पर निर्माण कार्य किए जाने के संबंध में सहायक संचालक नगर निवेश बलौदाबाजार बीएल बांधे से मोबाइल पर चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि अल्ट्राटेक सीमेंट संयंत्र की हिर्मी व रवान स्थित इकाई के अलावा निर्माणाधीन करमनडीह पिपराही प्रबंधन को नोटिस जारी किया गया था, परंतु जानकारी अधूरा होने के चलते पुन: नोटिस जारी किया गया है संबंधित क्षेत्र निवेश क्षेत्र में नहीं आता है अत: प्रबंधन द्वारा उचित जानकारी प्रदान नहीं किए जाने पर यथोचित कार्रवाई हेतु अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को पत्र लिखा जाएगा।
कोई भी नोटिस अब तक नहीं मिला-तवर
करमनडीह पिपराही संयंत्र के प्रमुख अधिकारी जितेंद्र सिंह तवर ने कहा कि प्रबंधन को नगर निवेश विभाग से कोई भी नोटिस अब तक प्राप्त नहीं हुआ है, वहीं 92.61 करोड़ रुपए वसूली के संबंध में जब अल्ट्राटेक सीमेंट संयंत्र हिर्मी के एडमिनिस्ट्रेशन के प्रमुख रंजीत नेनवाल से संपर्क किया गया तो उन्होंने कंपनी की ही वैभव त्रिपाठी द्वारा जानकारी प्रदान करने की बात कही, परंतु दोनों ही अधिकारी इस संबंध में अब तक जवाब देने से कतरा रहे हैं।