बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 25 फरवरी। प्रदेश में 26 फरवरी को सत्तारूढ़ दल के द्वारा आयोजित रैली हेतु स्थानीय आरटीओ द्वारा बसों का अधिग्रहण किए जाने के चलते शुक्रवार को लगभग सभी मार्ग पर यात्री बसों का टोटा बना रहा। जिसका भरपूर फायदा ऑटो व मैजिक चालकों ने उठाते हुए यात्री को गंतव्य तक पहुंचाने के एवज में 2 गुना 3 गुना किराया वसूल किया गया। इक्का-दुक्का पहुंची बसों में यात्री धसा धसा भरकर जाने मजबूर हुए।
26 फरवरी को रायपुर में आयोजित रैली हेतु आरटीओ द्वारा बसों का अधिग्रहण प्रारंभ कर दिया गया है। बहुत से यात्री बस मालिकों को अधिग्रहण से बचने जानबूझकर अपनी बसों को मार्ग पर चलाने की बजाय विभिन्न वाहनों अथवा ग्रामों में बसों की खड़ी कर दिया गया है, इसके चलते ही विभिन्न मार्गों पर यात्री बसें नदारद रही, क्योंकि इन दिनों बलौदाबाजार जिले में प्रसिद्ध तीर्थ स्थल गिरौदपुरी धाम में श्रद्धालुओं का आना-जाना बड़ी संख्या में जारी है। इसके अलावा ग्रामों में मांगलिक कार्य भी बड़ी संख्या में हो रही है।
इस वजह से लोग अपने गंतव्य की ओर जाने परिवार सहित निकल रहे हैं। शुक्रवार सुबह से ही नगर के बस स्टैंड में विभिन्न स्थानों की ओर जाने वाली यात्री बसों के इंतजार में घंटों बैठने विवश रहे। जबकि अत्यधिक आवश्यक कार्य से जाने वाले लोग हथोड़ा मैजिक में क्षमता से अधिक बैठकर जाने मजबूर हुए। सर्वाधिक परेशानी आस-पास के गांव जाने वाले यात्रियों को झेलना पड़ा क्योंकि बस चालकों द्वारा सीधे रायपुर खरोरा जैसे स्थान के सवारियों को ही बसों में जगह दिया गया। अमूमन यही स्थिति सभी मार्गों पर बनी रही। इन परिस्थितियों में 20-25 किलोमीटर की दूरी से आने वाले विद्यार्थी भी हलाकान होते रहे जो किसी तरह ऑटोमेजिक आदि में सवार होकर अपने गंतव्य की ओर रवाना हुए। शनिवार-रविवार को यात्रियों के लिए यात्रा और कठिन हो सकती है। आमजनों ने आढ़तियों से अपनी वाहन जानबूझकर खड़ी रखने वाले वाहन मालिकों पर कार्रवाई कर बस सुविधा व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग की गई है।