बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 26 फरवरी। जिले में सकल प्रजनन दर कम करने के उद्देश्य से शासन द्वारा प्राप्त निर्देशों के अनरूप स्वास्थ्य विभाग द्वारा मिशन परिवार विकास पखवाड़ा 1से 15 मार्च के तक मनाया जाएगा। इसके साथ ही 28 फरवरी से 31 मार्च तक चलने वाले शिशु संरक्षण माह हेतु आवश्यकता पडऩे पर अंतर्विभागीय समन्वय की स्थापना भी की जाए. कार्यक्रम में निर्धारित लक्ष्यों की अधिकतम प्राप्ति हेतु सूक्ष्म कार्य योजना बना कर प्रयास होना चाहिए। इसके अंतर्गत दंपत्ति संपर्क पखवाड़ा एवं सेवा प्रदाय ये दोनों ही कार्यो का क्रियान्वयन अच्छे तरीके से सुनिश्चित किया जाए। उक्त निर्देश कलेक्टर रजत बंसल द्वारा बैठक के दौरान स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य विभाग प्रमुखों को दिए है।
शिशु संरक्षण माह के संबंध में जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एम पी महिस्वर ने बताया की शिशु संरक्षण माह विटामिन ए अनुपूरक कार्यक्रम के अंतर्गत 9 माह से 59 माह तक के शिशु को विटामिन ए सिरप जबकि 6 माह से 59 माह तक के बच्चों को आई एफ ए सिरप की खुराक भी दी जाएगी। इसके साथ ही माता-पिता को बच्चों के पोषक आहार के सम्बंध में बताया जाएगा तथा कुपोषित बच्चों की पहचान कर पोषण पुनर्वास केंद्रों में भेजा जाएगा। जबकि मिशन परिवार पखवाड़े के अंतर्गत जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा जैसी गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। उक्त मिशन परिवार विकास पखवाड़ा को दो चरणों में आयोजित किया जा रहा है 1 मार्च से 7 मार्च के दौरान दंपत्ति संपर्क पखवाड़ा का क्रियान्वयन किया जाएगा जिसके अंतर्गत इस कार्यक्रम का जन समुदाय में प्रचार प्रसार किया जाएगा इसके तहत सूक्ष्म कार्य योजना बनाकर योग्य दंपतियों को परिवार नियोजन के स्थाई-अस्थाई साधनों के बारे में जानकारी देते हुए उन्हें परामर्श दिया जाएगा। नए साधनों के अंतर्गत छाया एवं अंतरा पर विशेष बल रहेगा।इसके साथ ही ग्रामीण स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस में भी चर्चा की जाएगी । सास बहू सम्मेलन भी ग्राम स्तर पर आयोजित किए जाएंगे प्रथम चरण में पंचायत प्रतिनिधि एवं अन्य विभागीय कर्मचारियों अधिकारियों की भी बैठक समन्वय स्थापना के लिए होगी। इसके अतिरिक्त वॉल पेंटिंग ,शहरी मितानिन महिला आरोग्य समिति बैठक,कंडोम बॉक्स सुलभता जैसे माध्यमों का भी उपयोग किया जाएगा। पखवाड़ा का दूसरा चरण 8 मार्च से 15 मार्च तक होगा जिसमें परिवार नियोजन के संबंध में सेवाएं प्रदान की जाएंगी। इसके अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं जिला अस्पताल में महिला एवं पुरुष नसबंदी का कार्यक्रम विशेष तौर पर किया जाएगा ।