कोण्डागांव
केशकाल, 26 फरवरी। केशकाल घाट के सभी मोड़ों में सांकेतिक चिन्ह लगाने एसडीएम ने एनएस के अधिकारी को पत्र लिखा ।
बस्तर को राजधानी रायपुर से जोडऩे वाला एकमात्र विकल्प केशकाल घाटी में कुछ महीनों पहले तक सडक़ की हालत जर्जर होने के कारण आए दिन घाट में जाम लगा रहता था। लेकिन विगत नवम्बर 2022 में राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग द्वारा घाट में पेंच मरम्मत के रूप में सडक़ की हालत में सुधार किया गया था।
अब ये आलम है कि सडक़ बनने के बाद छोटे बड़े वाहन चालकों द्वारा घाटी में ओवरस्पीडिंग, ओवरटेकिंग की जा रही है जिसके कारण घाट में एक बार फिर जाम लगने का सिलसिला शुरू हो गया है। चूंकि घाट में गति नियंत्रण से सम्बंधित कोई सांकेतिक बोर्ड भी नहीं लगाया गया है ऐसे में वाहन चालक बेखौफ होकर यातायात नियमो का उल्लंघन करते हैं।
ज्ञात हो कि एनएच 30 केशकाल घाट में प्रतिदिन हजारों भारी भरकम मालवाहक वाहनों व सैकड़ों यात्री बसों का आवागमन होता है। बायपास मार्ग का निर्माण कार्य भी ठेकेदार की निष्क्रियता और विभाग की उदासीनता के कारण ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है। ऐसे में पिछले 10 दिनों में घाटी में लगभग 5-6 बार जाम लग चुका है। आम तौर पर पुलिस की टीम द्वारा 2-3 घण्टों में जाम खुलवा दिया जाता है लेकिन कई बार घाटी में 8-10 घण्टों तक भी जाम लग चुका है। जिसका खामियाजा यात्रियों व राहगीरों को भुगतना पड़ता है।
घाट में लगातार लगते जाम को देखते हुए केशकाल एसडीएम शंकरलाल सिन्हा ने राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग के ईई को एक पत्र लिख कर घाट के मोड़ क्रमांक 1 से 10 तक ओवरस्पीड, ओवरटेक न करने से सम्बंधित रेडियम सांकेतिक बोर्ड लगवाने को कहा है।
इसके बाद भी यदि वाहन चालक यातायात के नियमों का उलंघन करते पाए जाते हैं, तो उन पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।