रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 27 मार्च। राजधानी रायपुर से डोंगरगढ़ कलवरी पहाड़ तक क्रूसमार्ग पदयात्रा 28 मार्च से प्रारंभ होगी। क्रूससमार्ग पदयात्रा आयोजन समिति के संस्थापक व संयोजक गुरविन्दर सिंह चडडा, विजय रविकांत रुण्डा, प्रणव शरद टोप्पो इसकी तैयारी में लगे हैं। सन 2014 से यह पदयात्रा की जा रही है। पिछले 2 वर्ष कोरोनाकाल को छोडक़र आठ साल हो चिके हैं। इसका उद्देश्य विश्व शांति एवं मानव कल्याण तथा छत्तीसगढ़ राज्य की सुख शांति एवं समृद्धिज् की प्रार्थना करना है।
आर्च बिशप डा. विक्टर हैनरी ठाकुर संत जोसेफ महागिरजाघर बैरन बाजार से कलवारी पहाड़ डोंगरगढ़ तक चार दिवसीय क्रूसमार्ग पदयात्रा की शुरूआत 28 मार्च को सुबह 6 बजे करेंगे। वे इस मौके पर क्रूसमार्ग का पहला पाठ पढक़र आर्शीवाद व बिनती प्रार्थना करेंगे। यह पदयात्रा टाटीबंध, कुम्हारी, चरोदा, भिलाई, से संत विंसेंट चर्च दुर्ग पहुंचकर रात्रि विश्राम करेगी। दूसरे दिन 29 मार्च को सुबह 6 बजे दुर्ग से अंजोरा, सोमानी होकर राजनांदगांव में प्रवेशकर संत जान बैप्टिस्ट चर्च में परिसर में रात्रि विश्राम करेगी। 30 मार्च को राजनांदगांव से सुबह 6 बजे सुकुर दैहान होते हुए कलवारी पहाड़ डोंगरगढ़ में पहुंचकर देश के राज्यों से आए प्रभु येसु मसीह के विश्वासी परिवारों के संग मिलकर विश्व शांति एवं मानव कल्याण तथा छत्तीसगढ़ राज्य की सुख शांति एवं समृद्धि के लिए रात्रिकालीन बिनती प्रार्थना करेगी। रात्रि विश्राम, 31 मार्च को सेक्रेड हाट रोमन कैथोलिक चर्च डोंगरगढ़ से दोपहर 12.30 बजे क्रूसमार्ग पदयात्रा प्रारंभकर नगर के मुख्य मार्गों से होते हुए कलवारी पहाड़ पर पवित्र 14 स्थानों में हजारों श्रद्धालुओं के साथ पवित्र क्रूस के नीचे च्च्विश्व शांति एवं मानव कल्याण तथा छत्तीसगढ़ राज्य की सुख शांति एवं समृद्धि के लिए वह अपने परिवारों में सुख शान्ति के लिए आर्च बिशप डा. विक्टर हैनरी ठाकुर मुख्य याजक के रुप में पवित्र मिस्सा बलिदान की प्रार्थना करेंगे।