कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 4 अप्रैल। जिला मुख्यालय कोण्डागांव के एनसीसी मैदान में 16 मार्च से प्रदेश पंचायत सचिव संघ छत्तीसगढ़ एक सूत्रीय मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है। अनिश्चितकालीन हड़ताल के तहत 3 अप्रैल को हड़ताल स्थल पर हड़ताली पंचायत सचिव के द्वारा कार्य वापसी के आदेश की प्रतियों को जलाया गया है। हड़ताली पंचायत सचिव अपने 1 सूत्री मांग शासकीय करण को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डटे हुए हैं।
पंचायत स्तर में कार्यरत सचिव प्रदेश पंचायत सचिव संघ छत्तीसगढ़ के बैनर तले अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। हड़ताल के 19वें दिन हड़तालियों में आक्रोश नजर आया। दरअसल पंचायत सचिवों का आरोप है कि, वे कई वर्षों से अपने एक सूत्रीय मांग परिवीक्षा अवधि पश्चात शासकीयकरण को लेकर आंदोलन करते आए हैं। इस बार वे 16 मार्च से प्रदेश स्तर पर अपने शासकीयकरण की मांग को लेकर आंदोलन के तहत अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहे हैं। सरकार ने उनकी मांगों को मानना तो दूर अब उन पर दमन नीति अपनाते हुए हड़ताल समाप्त करने का आदेश जारी किया है।
हड़ताली पंचायत सचिवों ने आगे बताया कि सरकार ने आदेश जारी करते हुए समस्त हड़ताली पंचायत सचिवों को 24 घंटे के भीतर अपने कार्य में लौटने का आदेश जारी किया है। इस आदेश के जारी होने के बाद से पंचायत सचिवों में आक्रोश है, जिसके तहत अप्रैल को जिला मुख्यालय कोण्डागांव के एनसीसी मैदान में हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों ने सरकार के आदेश के प्रतियों को आग के हवाले किया और मांग किया है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डटे रहेंगे।