बलौदा बाजार
विभाग ने कहा 3 किलोमीटर ही बनाएंगे...
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 29 अप्रैल। ग्राम सुहेला अंचल को राजधानी रायपुर से जोडऩे वाली 32 किलोमीटर सडक़ पिछले दो दशक से खस्ताहाल है। इस बीच कई सरकारें आई और गई, परंतु सडक़ बनने से लगभग 50 गांव को मिलने वाली सुविधा पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। लोगों ने मार्ग निर्माण की मांग करते हुए पूछा है कि क्या यह सडक़ कभी बन पाएगी।
वहीं इस मामले में पीडब्ल्यूडी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने केवल 3 किलोमीटर सडक़ बनाने की घोषणा की है हम वह जल्द बनाएंगे।
यह मार्ग सिमगा ब्लॉक के पडक़ीडीह रवेली रवान तिल्दाबांधा सकलोर ओर हिरमी मोहरा तक लगभग 20 किलोमीटर और तिल्दा ब्लॉक के कटिया, भरवाडीह और मोहरेंगा आदि गांव से लगभग 12 किलोमीटर से ही होकर जाता है। परंतु सडक़ बनाने के लिए सिमगा ब्लॉक के दर्जनों गांव के अलावा तिल्दा और पलारी ब्लाक के कई गांव के लोग भी इसी मार्ग से होकर रायपुर जाना पसंद करेंगे।
दरअसल, विभिन्न सीमेंट संयंत्रों के लिए 24 घंटे चलने वाले 18 चक्के से 22 चक्के के सडक़ों वाहनों के कारण मार्ग की हालत इतना अधिक खराब हो चुकी है कि लोगों को सफर करने के नाम पर ही बुखार आ जाता है।
घर से निकलते ही दिखते हैं गड्ढे-ग्रामीण
लोगों ने बताया कि बारिश का पानी गहरे गड्ढों में भरने के बाद लोगों को समझ में नहीं आता, जिसके कारण गिरकर चोटिल हो रहे हैं। वहीं सडक़ पर पड़ी गिट्टियां ही भारी वाहनों के टायरों से दबकर गोली की रफ्तार से लोगों को घायल करती है। जिन गांव से सडक़ गुजरी है, उन गांव के लोगों ने कहा कि दूसरे गांव के लोग तो सिमगा तिल्दा आदि होते हुए रायपुर चले जाते हैं परंतु हमको तो घर से निकलते ही सडक़ पर गड्ढा दिखाई देता है। जिसमें चलने पर गिरने का खतरा और वाहन खराब होने का भय रहता है। और दूसरे रास्ते पर जाने पर कई किलोमीटर घूम कर जाना पड़ता है।
रवेली के ग्रामीणों ने बताया कि पिछले दिनों श्री सीमेंट संयंत्र ने अपने लिए केवल रेल लाइन निर्माण के दौरान सडक़ की मरम्मत की जा रही है पीडब्ल्यूडी भी कभी-कभी मरम्मत के नाम पर लीपापोती करता है।
वाहन चालकों का चोटिल होना आम बात
खपराडीह के अंकुश बाघमार, पडकीडीह के सरपंच जसपाल रात्रे, भाजपा मंडल सुहेला के अध्यक्ष शिव कटारिया, धनेंद्र वर्मा सहित रवेली गांव के सियाराम वर्मा महेश साहू हेमलाल धीवर नंदू अनंत राम विशाल वर्मा सूजन बंजारे संजू वर्मा बृजेश अनंत ईश्वर वर्मा अमर सिंह वर्मा आदि लोगों ने बताया कि सडक़ कम और 6 इंच से 1 फीट तक लंबे चौड़े गहरे गड्ढों वाली सडक़ पर चलने के बाद वहां के साथ वाहन चालक के अस्थि पंजर भी ढीले पड़ जाते हैं। और आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं से गिरकर लोगों का चोटिल होना आम बात हो गया है। लोगों ने बताया कि सडक़ पर 50 टन से 70 टन भार क्षमता वाले भारी वाहनों की संख्या बढ़ चुकी है। जिसके खराब सडक़ मार्ग पर भी तेज गति से चलने से धूल के कारण सामने से आने वाले वाहन दिखाई नहीं देते भारी वाहनों के प्रतिदिन दो से चार गाय बछड़े जख्मी होते हैं या मर जाते हैं।
सीएम की घोषणा के अनुरूप 3 किलोमीटर ही बनाएंगे-ईई
उक्त संबंध में पीडब्ल्यूडी विभाग बलौदा बाजार के ईई टीसी वर्मा ने कहा कि साल भर पहले सडक़ की मरम्मत कराई गई थी। खपराडीह प्रवास में मुख्यमंत्री ने पडक़ीडीह से रवेली तक 3 किलोमीटर मार्ग निर्माण की घोषणा भी की थी जिससे जल्द ही बनाया जाएगा।