राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 14 मई। जिला पंचायत अध्यक्ष गीता साहू ने छत्तीसगढ़ में हुए शराब घोटाले पर अपनी प्रतिक्रिया देते कहा कि बीते चार वर्षों में प्रदेश सरकार ने भ्रष्टाचार के नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। प्रदेश का शराब घोटाला देश का बड़ा घोटाला है।
जिपं अध्यक्ष ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि हाथ में गंगाजल की कसम खाकर पूर्ण शराबबंदी करने का वादा कर छत्तीसगढ़ में सरकार बनाने वाली कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में शराब बंद तो नहीं किया, बल्कि शराब की आड़ में 2000 करोड़ रुपए का घोटाला कर छत्तीसगढ़ महतारी को लूटने का कार्य किया है।
गीता ने कहा कि छत्तीसगढ़ में हुए शराब घोटाले को अंजाम देने के लिए ऐसा पैटर्न बनाया गया कि यहां गैरकानूनी तरीके से बिना उत्पाद शुल्क वाली शराब बनाई जा रही थी, उसे एक प्रक्रिया के तहत सरकारी दुकानों पर पहुंचाया जा रहा था। इस शराब बिक्री की सरकारी रिकॉर्ड में एंट्री नहीं हो रही थी, तो शराब के भट्टों में नकली शराब की अलग खेप तैयार होने लगी। जिसकी बोतलें-होलोग्राम सब नकली थे और उनकी सरकारी रिकॉर्ड में कोई एंट्री नहीं होती थी। अवैध शराब की बोतलें उसी प्रक्रिया से सरकारी शराब की दुकानों में पहुंचती और बिकती थी। जैसे एक वैध शराब की बोतल पहुंचती और बिकती थी। इस शराब से शासकीय खजाने को तो अरबों का चूना लगा ही।
साथ ही प्रदेशवासियों की जान का भी सौदा किया गया, जब तक किसी सिस्टम में ऊपर से नीचे तक मिलीभगत न हो, ये काम संभव नहीं हो सकता। इतने बड़े सिंडिकेट को चलाने के लिए बड़े राजनीतिक नेतृत्व के आशीर्वाद की जरूरत पड़ती है, वरना इस सिंडिकेट को चलाना संभव नहीं है।