कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 21 जून। जिले को मलेरिया से मुक्त करने के लिए मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान का आठवां चरण शुरू किया गया है। इस चरण के शुरू होने के साथ ही 12 साल की मासूम की मलेरिया से मौत हो गई है
मलेरिया से कोण्डागांव जिला के भोगाड़ी पंचायत अंतर्गत मरवाबेड़ा निवासी दसरू राम नेताम की 12 वर्षीय बेटी जागेश्वरी नेताम की उपचार के दौरान मौत हो गई है। दसरू राम नेताम के 7 वर्षीय बेटे दुर्जन नेताम को भी हायर सेंटर रेफर किया गया है।
ग्राम पंचायत भोगाड़ी के मरवाबेड़ा निवासी दसरू राम नेताम की 12 वर्षीय बेटी जागेश्वरी नेताम और 7 वर्षीय दुर्जन नेताम का स्वास्थ्य अचानक खराब हो गया। दसरू राम नेताम के द्वारा स्वास्थ्य खराब होने पर अपने दोनों बच्चों को चिपावंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। यहां से गंभीर हालत के चलते उन्हें कोण्डागांव के जिला अस्पताल भेजा गया। उपचार के दौरान जागेश्वरी नेताम के स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने और गंभीर हालत के चलते उसे हायर सेंटर के लिए रेफर किया गया।
रेफर करने के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। साथ ही उसके भाई दुर्जन नेताम का जिला अस्पताल में मलेरिया रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर हायर सेंटर रेफर किया गया है।
मलेरिया पॉजिटिव केस के 3 दिन बाद भी नहीं पहुंचा स्वास्थ्य अमला
मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान का आठवां चरण संचालित हो रहा हैं। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य मलेरिया स्कैनिंग करना, मलेरिया के रोकथाम के उपाय करना और मलेरिया के प्रति लोगों को जागरूक करना है। मरवाबेड़ा में मासूम बालिका की मौत की घटना को लगभग 4 दिन होने को आए हैं, लेकिन स्वास्थ्य अमला 21 जून की सुबह तक मलेरिया स्कैनिंग या जागरूकता शिविर के लिए मरवाबेड़ा गांव तक नहीं पहुंच पाया है।
मरवाबेड़ा ग्राम पंचायत भोगाड़ी का आश्रित गांव है। भोगाड़ी पंचायत माकड़ी-श्यामपुर-कोण्डागांव पहुंच सुगम मार्ग पर जिला मुख्यालय से 16 किमी दूर स्थित है। इसके बावजूद 4 दिनों तक स्वास्थ्य अमला स्कैनिंग जागरूकता कैंप के लिए मरवाबेड़ा नहीं पहुंच पाया है, जो कि पूरे विभाग के साथ मलेरिया मुक्त अभियान के आठवें चरण को कटघरे में खड़ा कर रहा है।
जिला अस्पताल में मलेरिया के 46 मरीजों की पहचान
कोण्डागांव के जिला अस्पताल से मिले जानकारी अनुसार, वर्ष 2023 के जनवरी में 11, फरवरी में 11, मार्च में 4, अप्रैल में 9 और मई में 11 मरीजों की मलेरिया रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई हैं। इन आंकड़ों के अलावा कोण्डागांव के जिला अस्पताल के साथ संचालित शिशु एवं मातृत्व अस्पताल के अस्पताल के हाई डेफिनिशन यूनिट (एचडीयू) में जनवरी से अब तक मलेरिया के 27 बच्चों को गंभीर हालत में उपचार के लिया दाखिल किया गया। इनमें से दो को हेयर सेंटर के लिए रिफर भी किया गया है।
सिविल सर्जन, जिला अस्पताल, कोण्डागांव डॉ. आरसी ठाकुर ने मलेरिया से एक मरीज के मौत की पुष्टि की है।
वहीं सीएमएचओ डॉ. आरके सिंह का कहना है कि मरवाबेड़ा में मलेरिया स्कैनिंग के लिए कैंप लगाए जाएंगे। प्रत्येक व्यक्ति की मलेरिया जांच की जाएगी। कोई पॉजिटिव मिलेगा तो तत्काल उपचार कराया जाएगा। मृतका के भाई दुर्जन नेताम को अस्पताल लाकर जांच की जाएगी, और पॉजिटिव मिलने पर पुन: उपचार किया जाएगा।