कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
केशकाल, 22 जून। केशकाल वनमण्डल अंतर्गत ग्राम पंचायत तोड़ासी से पड्डे तक नवीन डामरीकृत सडक़ का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है, लेकिन इस सडक़ निर्माण की आड़ में अज्ञात लोगों के द्वारा वन विभाग की अनुमति के बगैर ही 50 से अधिक की संख्या में विशालकाय पेड़ों की अंधाधुंध कटाई कर दी गई है।
ज्ञात हो कि ग्राम पंचायत तोड़ासी से पडडे तक लोक निर्माण विभाग द्वारा 301.58 लाख रुपए की लागत से 2.625 कि.मी. सडक़ का निर्माण करवाया जा रहा है। जिसके लिए विभाग ने ठेकेदार को 24 दिसम्बर 2021 में कार्य प्रारंभ करने वर्क आर्डर दे दिया था, लेकिन डेढ़ साल बाद भी सडक़ 30 प्रतिशत ही काम पूर्ण हुआ है। वैसे तो इस सडक़ का निर्माण 3 जून 2023 तक पूरा हो जाना था लेकिन ठेकेदार की मनमानी माने या विभागीय अधिकारियों की उदासीनता के चलते कार्य पूर्ण नहीं हुआ है। सडक़ तो बनी नहीं लेकिन सडक़ के किनारे लगे 50 से अधिक पेड़ों की कटाई जरूर कर दी गई है।
कुछ दिनों पहले पेड़ कटाई की शिकायत पर वन विभाग व पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी मौके पर जरूर पहुंचे थे, लेकिन जांच के पश्चात वन विभाग के द्वारा दोषियों पर किसी प्रकार की कार्रवाई अब तक नहीं हुई है।
इस विषय पर पीडब्ल्यूडी विभाग के एसडीओ आर के राठौर से पूछने पर बताया कि कार्य में प्रगति को लेकर ठेकेदार को कई बार नोटिस दिया गया है, वहीं उस सडक़ में पेड़ों काटने की आवश्यकता ही नहीं थी, क्योंकि पहले से ही सडक़ बना हुआ है। पेड़ों की अवैध कटाई की सूचना पर वन विभाग के एसडीओ के साथ मौके पर देखने गए थे। वन विभाग ही बता सकता है कि पेड़ों की कटाई किसने की है और कितनी तादाद में कटा है।
इस बारे में ठेकेदार जुनैद मेमन ने बताया कि वन विभाग की अनुमति न मिलने के कारण काफी दिनों से सडक़ निर्माण का कार्य बंद है तथा जिस वक्त पेड़ों की कटाई हुई, उस वक्त भी हमारा काम बंद था। पेड़ों की कटाई किसने करवाई है, इस संबंध में हमें कोई जानकारी नहीं है।
वहीं डीएफओ गुरुनाथन एन. का कहना है कि हमारे संज्ञान में आया है कि तोड़ासी से पडडे के बीच चल रहे सडक़ निर्माण कार्य में पेड़ों की अवैध कटाई हुई है। फारेस्ट एसडीओ के द्वारा मौके का निरीक्षण भी किया गया है। जल्द ही मामले की पूरी जांच कर अवैध कटाई करने वालों पर उचित कार्रवाई की जाएगी।