राजनांदगांव
राजनांदगांव, 25 जून। जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष नवाज खान ने कहा कि भाजपा नेताओं को यह बताना चाहिए कि पंद्रह सालों तक जनता के पैसों को बर्बाद करने का काम किसने किया? पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह जिन्होंने सरकार रहते किसानों को बोनस के नाम पर ठगने का काम किया, जिनकी सरकार में किसान आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे थे, वे आज प्रदेश की भूपेश सरकार पर सवाल उठा रहें है, उस सरकार पर सवाल खड़े कर रहे हैं, जिन्होंने किसानो को धान के बदले देश में सर्वाधिक दाम देने का काम किया, जिस सरकार ने किसानों का कर्जा माफ कर उन्होंने आर्थिक रुप से मजबूत किया, जिस सरकार ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने गोबर खरीदी से लेकर वर्मी कम्पोस्ट निर्माण गौठानों के माध्यम से शुरू किया। भूपेश सरकार पर आरोप लगाने से पहले डॉ. रमन सिंह को यह बताना चाहिए कि उनकी सरकार के समय पंद्रह सालों में हुए हजारों-करोड़ों के भ्रष्टाचार में वे किसे गुनाहगार मानते हैं? भाजपा के राज में डॉ. रमन सिंह के परिवार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगता रहा, मैडम सीएम और नॉन का मामला किसी से छुपा हुआ नहीं है।
आदिवासियों के साथ किया छल
आरक्षण के मामले में बीजेपी के खिलाफ सवाल खड़ा करते नवाज ने कहा कि बीजेपी ने आरक्षण को 58 फीसदी किया था, मामला कोर्ट में लंबित था। उनकी सरकार द्वारा कोर्ट को सही तरीके से दस्तावेज भी प्रस्तुत नहीं किए गए थे। कई सालों तक मामले को दबाया रखा गया। बीजेपी ने बिना तैयारी के जो आरक्षण लागू किया था उसका खामियाजा आज हम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। हमारी सरकार ने आदिवासियों को उनका हक दिलाने काम किया है।
नान घोटाले को लेकर उठाए सवाल
जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष नवाज खान ने सवाल उठाते कहा कि डॉ. रमन सिंह को यह साफ करना चाहिए कि नॉन घोटाले में ईडी की जांच कब हुई? और हो गई है तो रमन सिंह कब ईडी कार्यालय गए थे? नान घोटाले में प्रदेश की जनता का हजारों करोड़ों रुपए भाजपा नेताओं द्वारा बंदरबाट कर लिया गया। इन सवालों से बचने के लिए डॉ. रमन किसानों की सरकार के खिलाफ झूठे आरोप गढ़ रहे हैं।
किसानों के साथ किया छल
रमन सिंह के सरकार ने किसानों के साथ छल करने का काम किया है। इनकी सरकार ने जर्सी गाय, धान का बोनस के नाम पर ठगा। इनकी सरकार ने ही पंद्रह क्विंटल धान खरीदी को घटा कर दस क्विंटल करने का काम किया था। जिसके बाद किसानों और कांग्रेस के प्रदर्शन पर उसे वापस लेना पड़ा था। भूपेश सरकार ने किसानों की चिंता करते पंद्रह की जगह अब बीस क्विंटल खरीदी का निर्णय लिया है।
शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़े रहे
पंद्रह सालों में रमन सिंह की सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में कोई काम नहीं किया। प्रदेश को पिछड़ा हुआ ही रखा, लेकिन सरकार में आने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आत्मानंद स्कूल खोलकर अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में मुफ्त शिक्षा देने का काम किया है। अब प्रदेश में अंग्रेजी माध्यम कॉलेज खोलने का काम भी किया जा रहा है, जिसने प्रदेश को देश में पहचान दिलाने का काम किया है।
बेल पर अभिषेक
पंद्रह सालों तक सत्ता में रहने वाले डॉ. रमन सिंह के परिवार पर लगातार भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। उनके सुपुत्र अभिषेक सिंह चिटफंड मामले में बेल पर चल रहे हैं। डॉ. रमन और अभिषेक सिंह ने अपनी सरकार में चिटफंड कंपनी को बढ़ाने का काम किया, जिसने प्रदेश के किसानों और जनता से दस हजार करोड़ रुपए की ठगी की है।