राजनांदगांव
7 को प्रदेश बंद और 1 अगस्त से बेमुद्दत हड़ताल
राजनांदगांव, 25 जून। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन, छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी महासंघ, मंत्रालय कर्मचारी संघ, संचालनालय कर्मचारी संघ एवं समस्त कर्मचारी एवं शिक्षक संगठन/ एसोसिएशन ने कर्मचारी हित में छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी संयुक्त मोर्चा का गठन कर हड़ताल का बिगुल फूंक दिया है। मंत्रालय में आयोजित मैराथन बैठक में रायशुमारी के बाद सभी संगठन प्रमुखों ने हड़ताल पर जाने का निर्णय बहुमत से लिया है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन के प्रांताध्यक्ष राजेश चटर्जी, प्रांतीय प्रमुख महामंत्री सतीश ब्यौहरे, जिला महामंत्री पीआर झाड़े, बृजभान सिन्हा, जितेंद्र बघेल, वीरेंद्र रंगारी, सीएल चंद्रवंशी, राजेंद्र देवांगन, रंजीत कुंजाम, सोहन निषाद, उत्तम डड़सेना, देवचंद बंजारे , अब्दुल कलीम खान, खोमलाल वर्मा, जनक तिवारी, हेमंत पांडे, लीलाधर सेन, पुष्पेंद्र साहू, संजीव मिश्रा, ईश्वर दास मेश्राम, शिवप्रसाद जोशी, स्वाति वर्मा नवीन कुमार पांडे, रानी ऐश्वर्या सिंह, एमबी जलानी, डीएस कंवर एवं केएल जोश ने बताया कि सातवे वेतन पर गृहभाड़ा भत्ता केंद्र के समान देय तिथि से महंगाई भत्ता पिंगुआ कमेटी का रिपोर्ट सार्वजनिक करने, जन घोषणा पत्र अनुसार चार स्तरीय वेतनमान सहित अनियमित/दैनिक वेतन भोगी, अन्य कर्मचारियों का नियमितीकरण, राज्य में लागू किए गए पुरानी पेंशन योजना में पेंशन पात्रता निर्धारण हेतु शिक्षक अन्य संवर्गों की अहर्तादायी सेवा की गणना प्रथम नियुक्ति तिथि किए जाने जैसे मुददों पर राज्य शासन द्वारा अब तक समाधानकारक निर्णय नहीं लिए जाने के विरुद्ध 7 जुलाई को प्रदेश के सरकारी दफ्तर बंद करने का निर्णय संयुक्त मोर्चा ने लिया है। उन्होंने संयुक्त मोर्चा के निर्णय के संबंध में आगे जानकारी दिया कि यदि सरकार ने अपना टालमटोल व दमनकारी नीति जारी रखा तो अगस्त क्रांति के स्वरूप राज्य के कर्मचारी-अधिकारी 1 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
उन्होंने बताया कि अनियमित, दैनिक वेतनभोगी, आंगनबाड़ी, कोटवार व अन्य कर्मचारियों के नियमितीकरण को संयुक्त मोर्चा ने हड़ताल की मांग में शामिल किया है।