गरियाबंद

स्वच्छता का संदेश, अफसरों ने थामी झाड़ू
23-Jul-2023 7:30 PM
स्वच्छता का संदेश, अफसरों ने थामी झाड़ू

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

गरियाबन्द, 23 जुलाई। जिला प्रशासन की संयुक्त टीम  ने चिंगरापगार जलप्रपात स्थल को स्वच्छ रखने के लिए स्वच्छता अभियान में  कलेक्टर आकाश छिकारा, डीएफओ और जिला सीईओ एवं संयुक्त टीम ने हाथों में  झाडू  थाम  लगभग 200 लोगों ने स्वच्छता अभियान चलाकर प्लास्टिक, बॉटल, कचरा साफ किया, वहीं पर्यटन स्थल को प्राकृतिक रूप में रखने, दूषित नहीं करने एवं साफ सफाई बनाए रखने का संदेश दिया 

 कलेक्टर श्री छिकारा ने चिंगरापगार जलप्रपात में विहंगम दृश्य से परिपूर्ण प्राकृतिक दृश्य का आनंद लेने के अलावा सावधानी भी बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा कि चिंगरापगार पर्यटन स्थल सार्वजनिक जगह है। वहां पर नशीली चीजों को ना ले जाए। साथ ही नशीली पदार्थ का सेवन ना करे।

इसके अलावा कलेक्टर ने बारिश के मौसम में जलप्रपात स्थल में फिसलन भरी चट्टानों से भी सावधान रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि बारिश के कारण पत्थरों में शैवाल उग आते है, जिसके कारण पत्थर में फिसलन आ जाती है। पत्थर पर चलने से फिसल कर गिरने का खतरा बना रहता है। इसलिए सावधानी और सतर्क होकर जलप्रपात स्थल पर जाएं।

ज्ञात हो कि  प्राकृतिक वनाच्छादित आच्छादित गरियाबंद जिले के राजिम गरियाबंद मार्ग में स्थित बारूका गांव व कचनाधुरव देव् स्थल के बीच मे प्रकृतिक की मनोरम वनाच्छादित के मध्य स्थित चिंगरापगार जलप्रपात पर्यटन स्थल के रूप में प्रसिद्ध है। यह जगह राजधानी रायपुर जाने वाले मार्ग में गरियाबंद से 13 किलोमीटर की दूरी पर  स्थित है। यह जलप्रपात चारों दिशाओं से घनी जंगल, ऊंची पहाड़ों एवं प्राकृतिक सुंदरता से परिपूर्ण है। यह झरना कचना धुरवा एवं बारुका के जंगलों पर स्थित है, जिसकी ऊंचाई लगभग 110 फीट ऊंचा है, जो देखने में बहुत खूबसूरत लगता है। चिंगरापगार जलप्रपात की सुंदरता का आनंद लेने के लिए सैलानी छत्तीसगढ़ के साथ साथ अन्य राज्यो से भी आते है। चिंगरा पगार जलप्रपात में पर्यटकों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है।

बरसात के मौसम में यहां का जल स्तर काफी बढ़ जाता है, जिसके कारण जलप्रपात का नजारा और भी आनंदमयी प्रतीत होता है।स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अंतर्गत स्वच्छता के इस अभियान में शामिल सभी लोगों ने चिंगरापगार पर्यटन स्थल में  प्लास्टिक, बॉटल, पॉलिथिन एवं अन्य कचरे को साफ किया।

इस दौरान कलेक्टर श्री छिकारा ने कहा कि प्राकृतिक स्थलों एवं पर्यटन स्थलों को सुरक्षित एवं स्वच्छ रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। प्रकृति द्वारा दिए गए चीजों का सदुपयोग करना भी हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने पर्यटन स्थल में कचरा नहीं फैलाने, उन्हें प्राकृतिक रूप से संरक्षित रखने और पर्यावरण जागरूकता में भागीदारी निभाने की अपील लोगों से की। इस दौरान कलेक्टर श्री छिकारा ने जलप्रपात स्थल में पर्यटकों की सुविधाओं के विस्तार के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं विकसित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। साथ ही पर्यटन स्थल में कचरा नहीं फैलाने से संबंधित सूचना बोर्ड भी लगाने के निर्देश दिए।

पर्यटन स्थल में नशीली चीजों से रहे दूर, जलप्रपात में फिसलन भरी चट्टानों से रहे सतर्क

कलेक्टर श्री छिकारा ने चिंगरापगार जलप्रपात में विहंगम दृश्य से परिपूर्ण प्राकृतिक दृश्य का आनंद लेने के अलावा सावधानी भी बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा कि चिंगरापगार पर्यटन स्थल सार्वजनिक जगह है। वहां पर नशीली चीजों को ना ले जाए। साथ ही नशीली पदार्थ का सेवन ना करे। इसके अलावा कलेक्टर ने बारिश के मौसम में जलप्रपात स्थल में फिसलन भरी चट्टानों से भी सावधान रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि बारिश के कारण पत्थरों में शैवाल उग आते है, जिसके कारण पत्थर में फिसलन आ जाती है। पत्थर पर चलने से फिसल कर गिरने का खतरा बना रहता है। इसलिए सावधानी और सतर्क होकर जलप्रपात स्थल पर जाएं। इस दौरान अपर कलेक्टर अविनाश भोई, संयुक्त कलेक्टर नवीन भगत, तीर्थराज अग्रवाल, एसडीएम भूपेन्द्र साहू, जनपद सीईओ नरसिंग ध्रुव, जिला कोषालय अधिकारी बी.के. तिवारी, मीडियाकर्मी सहित जिला प्रशासन एवं वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news