गरियाबंद
बाढ़ आपदा व पुलिस ने देर रात सुरक्षित निकाला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 24 जुलाई। रविवार को गरियाबंद जिले के चिंगरापगार जलप्रपात में भारी संख्या में पहुंचे पर्यटक मार्ग में बने रपटे में बारिश के कारण पानी का तेज बहाव आ जाने से घंटों फंसे रहे। बाढ़ आपदा व पुलिस ने देर रात सभी को सुरक्षित निकाला।
रविवार को गरियाबंद जिले के प्रसिद्ध चिंगरापगार में दूर-दूर से पहुँचे पर्यटक वाटरफॉल में नहाने व तेज बारिश का आनन्द ले रहे थे। खतरे से अनजान पर्यटकों को जब वाटरफॉल का जल स्तर तेजी से बढ़ा, जिससे बरसाती नाले में बाढ़ का एहसास होते ही अफरा-तफरी मच गई, जिन्हें आभास हुआ वे निकलना शुरू कर दिया। दोपहर को भीड़ 5 हजार के करीब थी। बाढ़ 4 बजे के करीब आई, और डेढ़ हजार लोग उसमें फंस गए।
सूचना मिलने के बाद बाढ़ आपदा व पुलिस की टीम पहुंची लेकिन शाम 6 बजे के बाद जल स्तर घटने लगा। देर शाम साढ़े 8 बजे तक सभी को सुरक्षित निकाल लिया गया।
ज्ञात हो कि गरियाबंद जिले के राजिम गरियाबंद मार्ग में स्थित बारूका गांव में चिंगरापगार जलप्रपात पर्यटन स्थल के रूप में प्रसिद्ध है। राजधानी रायपुर जाने वाले मार्ग में गरियाबंद से 13 किलोमीटर की दूरी बारूका गांव में चिंगरा पगार जलप्रपात स्थित है।
ज्ञात हो कि शनिवार को कलेक्टर के साथ पूरा प्रशासनिक अमला जल प्रपात पहुंचा था। यहां के सफाई के बाद सुरक्षा को लेकर चिंतन किया गया था,प्लानिंग भी तैयार हुई, परंतु पर उस पर आने वाले साल तक अमल लाया जाना था। हालांकि घटना के बाद प्रशासन सुरक्षा को लेकर जल्द ही कोई ठोस निर्णय ले सकती है।