दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 13 अक्टूबर। जिला चिकित्सालय में विश्व दृष्टि दिवस के अवसर पर जागरूकता कार्यक्रम के तहत दृष्टि दोष से संबंधित विभिन्न प्रकार के जागरूकता के कार्यक्रम एवं कार्यशाला का आयोजन किया गया।
ज्ञात हो कि सन 2000 से प्रतिवर्ष विश्व दृष्टि दिवस का आयोजन किया जा रहा है। यह दिवस बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। दुनिया भर में एक अरब से अधिक लोग ऐसे हैं जो ठीक से नहीं देख सकते क्योंकि उनके पास चश्मे तक पहुंच की सुविधा नहीं है। इनमें से अधिकांश लोग निवारण किए गए जा सकने योग्य दृष्टि दोष से पीडि़त है।
दृष्टिहीनता दैनिक व्यक्तिगत, गतिविधियां स्कूली शिक्षा, कार्य दैनिक दिनचर्या एवं सामाजिक वार्तालाप जैसी जीवन की हर पहलू पर दीर्घकालिक प्रभाव छोड़ती है। अत: इस दिवस के माध्यम से ऐसे व्यक्तियों की पहचान कर उन तक अनिवार्य सुविधा उपलब्ध कराया जाना मुख्य उद्देश्य होता है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय बसाक ने विश्व दृष्टि दिवस के अवसर पर विभिन्न प्रकार की जानकारी साझा की। कार्यशाला में आए हुए लोगों को जिला नोडल अधिकारी राष्ट्रीय अंधत्व नियंत्रण कार्यक्रम डॉक्टर गीता नेताम के द्वारा अपने दैनिक दिनचर्या में नेत्र रोग से बचने के लिए अनिवार्य रूप से किए जाने वाले विभिन्न प्रकार के साधनों के बारे में विस्तार से जानकारी दी ताकि लंबे समय तक हम अपने आंखो को सुरक्षित रख सके और इस दृष्टिहीनता की बीमारी से बच सके। गौरतलब है कि दृष्टिहीनता से बचने के लिए सभी शासकीय केंद्र में नि:शुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध है।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से सिविल सर्जन डॉ. आर एल गंगेश, डॉ. विजय शर्मा जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ राजेश राय, डॉ. अमर भूषण, मीडिया अधिकारी अंकित सिंह, नेत्र सहायक अधिकारी अश्वनी जायसवाल, अशोक मरकाम, अजय शर्मा, दीप्ति टोप्पो एवं जिला चिकित्सालय के समस्त नर्सिंग स्टाफ प्रमुख रूप से मौजूद थे।