दन्तेवाड़ा
![अक्षय तृतीया पर किरंदुल में भगवान जगन्नाथ की प्राण-प्रतिष्ठा अक्षय तृतीया पर किरंदुल में भगवान जगन्नाथ की प्राण-प्रतिष्ठा](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1715443573MG-20240511-WA0057.jpg)
6 दिनी अनुष्ठान में प्रभु की भक्ति में सराबोर रहे भक्त
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली/किरंदुल, 11 मई। लौह नगरी किरंदुल इन दिनों भगवान जगन्नाथ की भक्ति में सराबोर है। नगर के राघव मंदिर परिसर में 5 दिनों से प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव चल रहा था। शुक्रवार को अक्षय तृतीया के दिन शुभ मुहूर्त पर रात 11.30 बजे प्रभु जगन्नाथ की प्राण-प्रतिष्ठा की गई। इस दौरान नगर की लाइट बंद कर दी गई। नगर में जगह-जगह पर स्पीकर लगाए गये, जिससे अनुष्ठान के मंत्र गूंजते रहे।
इस नव निर्मित मंदिर को आकर्षक झालर लाइट व फूलों से सजाया गया है। प्रभु जगन्नाथ मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा में कमलचंद भंजदेव भी शामिल हुए।
यह मंदिर करीब एक वर्ष में बनकर तैयार हुआ। ओडिशा से आये शिल्पकारों ने इसमें नक्कशी की है। मंदिर के गर्भ गृह में प्रभु जगन्नाथ, भाई बलभद्र व बहन सुभद्रा की भी प्रतिमा है। प्रभु के बाई हाथ की ओर माता लक्ष्मी और दाहिने ओर विमला माता का मंदिर स्थापित किया गया है।
5 दिन चले इस अनुष्ठान में शुक्रवार को सुबह 8 बजे यज्ञशाला पूजा, 10 बजे सूर्य पूजा, 11 को गौ पूजा, 12 बजे महाभंडारा, दो बजे मंदिर प्रतिष्ठा, 3 बजे महायस्नान, चक्षुदान, 6 बजे निंद्रा कलश, रात्रि 11.30 बजे भगवान प्राण प्रतिष्ठा एवं जीबन्यास मध्यरात्रि में पुराने जगन्नाथ जी को पताली हुई।
अगले दिन 11 मई को यज्ञशाला, सूर्यपूजा के साथ नूतन विग्रह (भगवान) सिन्हासन विराजमान व पूर्णाहुति हुई। रविवार 12 मई को 24 प्रहरी संकीर्तन समापन, दही हांडी फोड़ व नाम कीर्तन नगर भ्रमण के साथ यह अनुष्ठान सम्पन्न होगा।