दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 22 अक्टूबर। इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज (इंटैक) द्वारा चित्रकारी के दो दिवसीय कार्यशाला का समापन डॉ. आरती दीवान, विभागाध्यक्ष गृह विज्ञान, इंदिरा गाँधी शासकीय स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय, वैशाली नगर भिलाई, के मुख्य आतिथ्य में हुई। कार्यशाला में बस्तर आर्ट एवं भित्ति चित्र के प्रशिक्षण के लिए बस्तर के प्रसिद्ध चित्रकार अरुण कुमार हलदार उपस्थित हुए।
दुर्ग-भिलाई अध्याय की संयोजिका डॉ. हंसा शुक्ला ने कहा कि दो दिवसीय चित्रकारी कार्यशाला में आठ विद्यालयों के कक्षा सातवीं से दसवी के छियालीस विद्यार्थियों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया।
श्री हलधर ने कार्यशाला के प्रथम दिवस विद्यार्थियों को बस्तर आर्ट का प्रशिक्षण दिया। दूसरे दिन उन्होंने प्रतिभागियों को भित्ति चित्र बनाने का प्रशिक्षण दिया। चित्रकारी के बारीकियों को बताते हुए उन्होंने विद्यार्थियों को समझाया कि जब कभी आप चित्र बनाते है तो नीचे बैकग्राउंड उसका आधार अवश्य होना चाहिए तथा नृत्य मुद्रा में हाथ एवं घुटने के नीचे से पैर किस तरह थिरकते हुए दिखाया जाता है इसे स्केच के द्वारा बताया।
समापन सत्र के मुख्य अतिथि डॉ. आरती दीवान ने कहा की विद्यार्थियों में नैसर्गिक कला कौशल होती है इस तरह के कार्यशाला से उसे निखारा जा सकता है। भविष्य में ये विद्यार्थी कला के क्षेत्र में राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्यति प्राप्त कर सकते है कार्यशाला में बस्तर कला का प्रशिक्षण दिया गया यह अत्यंत सराहनीय कदम है क्योंकि इससे विद्यार्थी अपने राज्य के कला से परिचित होगे। कार्यशाला में आमदी नगर विद्यानिकेतन, डीएवी स्कूल सेक्टर-2, डीएवी स्कूल हुडको, डीपीएस भिलाई, इंदु आईटी स्कूल, तुलाराम आर्य कन्या विद्यालय दुर्ग, शासकीय हाईस्कूल रूआबांधा तथा एसडीबी स्कूल भिलाई के विद्यार्थी शामिल थे। इस अवसर पर इंटैक दुर्ग-भिलाई अध्याय से विद्या गुप्ता, रविन्द्र खण्डेलवाल तथा कांति भाई सोलंकी, Ÿदीपक रंजन दास एवं विश्वास तिवारी उपस्थित थे एवं कार्यशाला को सफल बनाने में विशेष योगदान दिया।