कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 22 अक्टूबर। शनिवार को 188 बटा. केरपिुबल ने मुख्यालय कैम्प परिसर में कमांडेन्ट भवेश चौधरी के मार्गदर्शन में ‘पुलिस स्मृति दिवस’ मनाया। इस अवसर पर अधिकारियों एवं जवानों ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी।
सर्वप्रथम कमाण्डेन्ट ने सभी जवानों को पुलिस स्मृति दिवस के बारे में संबोधित किया तथा बताया कि बलिदान की यह परंपरा 21 अक्टूबर 1959 को हिमालय की दुर्गम हाटस्प्रिंग से शुरू हुई थी। जब समुद्रतल से 18 हजार फीट की ऊंचाई पर लद्दाख के हाटस्प्रिंग में 21 अक्टूबर 1959 को केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के 21 जवान इस वीरान व दुर्गम जगह पर पेट्रोलिंग ड्यूटी पर थे। तभी चीनी सैनिकों ने अपने स्वचालित हथियारों से भारी गोलाबारी कर केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के गश्ती दल पर हमला बोल दिया।
हाटस्प्रिंग एक ऐसी जगह है, जहां पर तापमान -47 डिग्री से भी नीचे चला जाता है। इन कठिन परिस्थितियों के बावजूद केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल की इस कर्मठ गश्ती दल ने अपने से कई गुना संख्या वाले उन्नत हथियारों से लैस चीनी फौज का पराक्रम से डटकर मुकाबला किया। इस कार्रवाई में हमारे 10 जवान शहीद हो गए। तब से हर वर्ष इस दिन को पूरे देश में ‘पुलिस स्मृति दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।
पुलिस स्मृति दिवस पर कमाण्डेन्ट श्री चौधरी ने अपने उद्बोधन के दौरान सभी पुलिस बलिदानियों को याद किया एवं उनके परिवारों की कुशलता की कामना करते हुए सभी जवानों को हमेशा कर्मठ एवं बल के प्रति समर्पित रहने के लिए प्रेरित किया। इसके बाद सभी अधिकारियों, अधिनस्थ अधिकारियों एवं जवानों ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की तथा गार्ड द्वारा सलामी दी गई तथा मौन धारण किया गया।
कार्यक्रम के दौरान कमाण्डेन्ट भवेश चैधरी, द्वितीय कमान अधिकारी रोजन जिमिक एवं अशोक निगुडे, उप कमाण्डेन्ट अभिजीत काले एवं कमल सिंह मीणा तथा चिकित्सा अधिकारी राहुल चन्द्रन के साथ अधिनस्थ अधिकारी एवं जवान उपस्थित थे।