बेमेतरा
गांवों से लोग पहुँचे रावण पुतला दहन देखने, हजारों की भीड़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 25 अक्टूबर। अंचल का सबसे बड़ा दशहरा उत्स्व स्थानीय कृषि उपज मंडी में मंगलवार को मनाया गया। आचार संहिता का पालन करते हुए उत्सव का आयोजन किया गया। मंच पर ग्राम सरदा के नवयुवक राम लीला मंडली के कलाकारों ने पाठ किया। वहीं राम के बाण सेे रावण का वध किया गया। उत्सव में हजारों की संख्या में लोग पहुंचे। शहर के अलावा आसपास के 50 गांव के लोग शामिल हुए।
आतिशबाजी से लोगों का किया गया मनोरंजन
जिले के सबसे बड़े दशहरा उत्सव में 40 फीट विशालकाय रावण का दहन किया गया। पुतले पर आग लगने के बाद आसपास विजयी आतिशबाजी की गई। साथ ही रावण का पुतला भरभरा कर जल गया। इससे पूर्व पुतले के करीब ही राम रावण के युद्ध का मंचन किया गया, जिसके बाद रावण का नाश करने के बाद विजयी होकर मंच पर पहुंचे राम, लखन, जानकी व वानर सेना का अभिनंदन किया गया। रामजी व रामदरबार का राज्याभिषेक कर आरती उतार कर लोगों ने आर्शीवाद लिया।
हजारों की संख्या में लोग देखने पहुंचे
मंडी में मंगलवार को उत्साह के साथ दशहरा मेला में शामिल होने के लिए शहर के बाहर रहने वाले भी पहुंचे। ग्राम बैजी, मुरपार, बिलाई, चारभाठा, ढोलिया सरदा, अमोरा, बीजाभाट, मोहतरा, मोहभटठा, नवागाव, सिरवाबाधा, जहाजपुर, गांगपुर व अन्य गांव के लोग भारी संख्या में पहुंचे। मंडी परिसर में रहचुली, जम्पीग व ढेलुवा लगाया गया था। परिसर के अंदर 100 से अधिक दुकानें भी खोली गई थीं, जिसमें सब्जी से लेकर किराना, होटल, आइसक्रीम, चाट, खिलौना व अन्य दुकान शामिल थे। नगरपालिका ने सुबह से ही दुकान के लिए स्थल चयन कर दुकानदारों को आबंटित किया था।
मंच में हुआ संवाद, सल्धा समिति का तीसरा वर्ष
आयोजन के दौरान रामलीला का मंचन किया गया, जहा पर मंच में राम की वानर सेना व रावण की राक्षसी सेना दोनों के बीच संवाद हुआ। इसके बाद दोनों में युद्ध हुआ। रावण वध करने के बाद भगवान राम का राज्याभिषेक किया गया। मंचन करने वालों में ग्राम सरदा के नवयुवक रामलीला मंडली के सदस्य शामिल थे, जिसमें त्रृषि कुमार राम, राजेश कुमार लक्ष्मण व विजय कुमार ने सीता का चरित्र निभाया। लक्ष्मीनरायण साहू हनुमान, रिखब कुमार साहू रावण, लेखराम साहू सुग्रीव, जगतराम साहू बाली, रावण दल में गिरवर, भवन, विजय, अशोक, नानेश्वर व प्रहलाद थे। वहीं राम दल में त्रिलोकी, खोमेश, टिकेश व मनीष व करण थे। महेत्तर राम साहू ने बताया कि गांव में करीब 60 साल से राम लीला का मंचन किया जा रहा है। जिला मुख्यालय में लगातार तीसरे वर्ष उनकी समिति के सदस्य प्रस्तुति दे रहे हैं।
मेले जैसा माहौल रहा, हजारों लोगों की भीड़ जुटी
दशहरा के दौरान दीगर गांव के लोगों के शहर में आने की वजह से शहर में अधिक हलचल देखी गई। मेला स्थल से निकले लोग मिठाई लेकर रवाना हुए। सबसे अधिक भीड़ पुराना बस स्टैंड, गस्ती चैाक, मंडी परिसर, रायपुर रोड, नया बस स्टैंड, प्रताप चैाक व अन्य स्थानों पर दिखी।
वाहनों को पुराना बस स्टैंड व गस्ती चौक के पास रोका गया
लोगों के आने के लिए मंडी परिसर के दूसरे गेट और जाने वालों के लिए रायपुर रोड में मंडी के दूसरे गेट को खोला गया, जहां से लोगों का आना-जाना होता रहा। वाहनों को पुराना बस स्टैंड व गस्ती चौकके पास रोक दिया गया, जहां से लोगों को कार्यक्रम स्थल तक पैदल ही जाना पड़ा।