कोण्डागांव
कोंडागांव, 25 अक्टूबर। पिरामल फाउंडेशन ने बुनागांव, गुलभा में सामुदायिक मासिक स्वच्छता जन जागरूकता अभियान कार्यक्रम चलाया।
एक से 20 अक्टूबर तक पिरामल फाउंडेशन की गांधी फेलो धनश्री खडसे ने विकासखंड कोंडागांव के बुनागांव एवं गुलभागांव में रहकर महिलाओं और लड़कियों के लिए मासिक धर्म स्वच्छता पर 20 दिवसीय सामुदायिक कार्यक्रम का आयोजन किया और सक्रिय गांव की महिलाओं की मदद से समुदाय का दौरा किया।
कार्यक्रम में गोमती कोर्राम, सुखबती यादव, रीना पोयाम, अंजलि टेकाम की मदद से महिलाओं की मासिक धर्म संबंधी समस्याओं को समझाया गया और स्कूलों में जाकर किशोरियों से बात कर मासिक धर्म पर एक सत्र आयोजित किया गया। जिसमें मासिक धर्म का महत्व महत्व बताते हुए इस विषय पर कार्य किया। जिसमें सबसे पहले स्कूल स्तर और सामुदायिक स्तर पर महिलाओं का पूर्व-मूल्यांकन किया गया और पूर्व-मूल्यांकन के अनुसार महिलाओं को अपने विचार रखने के लिए प्रबुद्ध किया गया तथा प्रचलित भ्रांतियों पर चर्चा कर महिलाओं को स्वस्थ खान-पान की आदतों के बारे में बताया गया।
स्वच्छता संबंधी उपयोग के बारे में बताया। साथ ही साथ महिलाओं को कपड़े के पैड बनाने और उनकी उपयोग करने की प्रक्रिया बताई गई तथा 10 दिनों बाद महिलाओं एवं छात्राओं को लेकर ग्राम स्तरीय कार्यक्रम आयोजित कर मासिक धर्म संबंधित अंतिम मूल्यांकन किया गया, जिसमें स्वास्थ्य विभाग की सीएचओ मधु धीवर, एएनएम, पर्यवेक्षक सरिता पटेल ने मासिक धर्म पर जानकारी दी।
धनश्री खडसे ने अभिभावकों को जागरूक किया कि मासिक धर्म स्वच्छता, मासिक धर्म एक प्राकृतिक और महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, और इसके बारे में चुप्पी तोडऩा और मासिक धर्म स्वच्छता के बारे में खुलकर और बिना शर्म के चर्चा करना आवश्यक है। मासिक धर्म स्वच्छता में शिक्षा महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। लड़कियों और लडक़ों को कम उम्र से ही मासिक धर्म के बारे में शिक्षित किया जाना चाहिए। यह ज्ञान न केवल प्रक्रिया को उजागर करता है बल्कि कई समस्याओं से भी बचाता है।
केवल मासिक धर्म में ही स्वच्छता करना चाहिए ऐसा बिल्कुल भी नही है ,और हमे हमारे सेहत का ख्याल हर दिन हर समय रखना जरूरी है । इसमें बताया गया की इंस्टीट्यूशनल डिलीवरी भी बहुत जरूरी है। घर पर डीलीविरी न कर हॉस्पिटल में भर्ती कराया जाए। जहां उनको पूरी सुविधाएं भी मिलती है। इस प्रकार मासिक धर्म से लेकर प्रेगनेंसी तक सारी जानकारी इस कार्यक्रम में दी गई हैं। मासिक धर्म स्वच्छता कार्यक्रम ग्राम स्तर पर संचालित किया गया, जिसमें मिडिल स्कूल से लेकर हाई स्कूल की लड़कियों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, मितानिन स्व-सहायता समूह की महिलाओं के साथ-साथ किशोरियों एवं शिक्षिकाओं को भी शामिल किया गया।
यह कार्यक्रम हाई स्कूल, मिडिल स्कूल और प्राइमरी स्कूल स्टाफ के सहयोग से आयोजित किया गया था। सी एच ओ मधु धीवर ने मासिक धर्म स्वच्छता कार्यक्रम को सफल बनाने में विशेष योगदान दिया।
इस पहल को इसी तरह जारी रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग से बात की गई है कि वे समय-समय पर किशोरियों को जागरूक करते रहे। चूंकि यह पहल ग्राम पंचायत स्तर पर सफल रही, इसलिए इसे ब्लॉक स्तर पर लागू करने का प्रयास किया जाएगा।