बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 28 नवंबर। पिछले बुधवार को स्कूल से घर जाने के दौरान एक 11 कक्षा की छात्रा अचानक से बेहोश होकर जमीन में गिर पड़ी। दोस्तों ने बिना सोचे समझे छात्रा को पानी पिला दिया, जिसके बाद छात्रा को हालत खराब होने के बाद उसे बेहतर उपचार के लिए मेकाज में भर्ती किया गया, जहां 7 दिनों की कड़ी मेहनत के बाद छात्रा को डॉक्टरों ने नया जीवनदान दिया, जिसके बाद परिजनों ने डॉक्टर के साथ ही पूरी टीम को धन्यवाद देते हुए घर गए।
सर्जरी विभाग के एचओडी डॉ. कमलेश ध्रुव ने बताया कि परपा थाना क्षेत्र के काला कदमपारा में रहने वाली 16 वर्षीय नाबालिग पास के ही एक स्कूल में 11 की छात्रा है, 22 नवम्बर को स्कूल में वापस आने के दौरान अचानक से बेहोश होकर गिर पड़ी।
छात्रा के गिरते ही उसके नाक , कान से जहां खून निकलना शुरू हो गया था, जिसके बाद अन्य छात्राओं ने जहां स्कूल के शिक्षकों को जानकारी दी, वहीं अन्य साथियों ने बिना सोचे समझे छात्रा को पानी पिला दिया।
शिक्षकों ने छात्रा के परिजनों को सूचना देने के साथ ही पास के स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, हालत गंभीर होने के कारण उसे बुधवार 22 नवंबर की शाम को ही उसे बेहतर उपचार के लिए मेकाज भिजवाया गया, छात्रा के गंभीर हालत की जानकारी लगते ही मेकाज अधीक्षक डॉ. अनुरूप साहू, एचओडी सर्जरी डॉ. कमलेश ध्रुव, डॉ. ज्योति गुप्ता, जेआर डॉ. गिरधर दास, डॉ. रूबी, डॉ. सुदीप, डॉ. प्रेरणा, डॉ. प्रांजलि, स्टाफ नर्स वार्ड पहुंचे।
ं उपचार के दौरान डॉक्टरों ने बताया कि बेहोश हुई छात्रा को सांस लेने में दिक्कत होने के साथ ही उसके छाती में पानी भर गया था, डॉक्टरों की टीम के साथ ही स्टाफ नर्स ने छाती में भरे पानी को निकालने के लिए उसे वेंटीलेटर में रखने के साथ ही उसे डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया था, बच्ची का फेफङ़ा ठीक से काम नही कर रहा था। साथ ही फेफड़े में पानी व रक्तस्राव भी हुआ था, इसीलिए डॉ. गिरधर दास एवं टीम ने यथाशीघ्र छात्रा को वेंटिलेटर में रखा था,वहीं दो दिन पहले बस्तर कलेक्टर विजय दयाराम के द्वारा मेकाज के निरीक्षण के दौरान एसआईसीयू में भर्ती छात्रा के परिजनों से मिलने के साथ ही छात्रा का हालचाल भी जाना, वहीं डॉक्टरों के द्वारा उसके उपचार के बारे में भी जानकारी ली।
लगातार सात दिनों तक चले उपचार के बाद मंगलवार को छात्रा के ठीक होने के बाद उसे छुट्टी दे दी गई।