रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 1 दिसंबर। पश्चिमी विक्षोंभ एक चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण के रूप में दक्षिण हरियाणा और उसके आसपास 3.8 किलोमीटर से 4.5 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है तथा इसका अक्ष 5.8 किलोमीटर पर 72 डिग्री पूर्व और 30 डिग्री उत्तर है।
प्रदेश में कल दिनांक दो दिसंबर को मौसम शुष्क रहने की संभावना है। चूंकि प्रदेश में लगातार बंगाल की खाड़ी से हवा आ रही है इसके कारण न्यूनतम तापमान में कोई विशेष परिवर्तन होने की संभावना फिर हाल नहीं है।
एक अवदाब दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और उससे लगे दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर पश्चिम-उत्तर- पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रही है जो पुडुचेरी से 760 किलोमीटर दूर पूर्व-दक्षिण पूर्व की ओर, चेन्नई से पूर्व दक्षिण पूर्व की ओर 780 किलोमीटर दूर, बापतला से दक्षिण- पूर्व की ओर 960 किलोमीटर दूर और मछलीपट्टनम से दक्षिण-पूर्व की ओर 940 किलोमीटर दूर स्थित है।
इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए और अधिक प्रबल होकर गहरा अवदाब दाब के रूप में 2 दिसंबर को परिवर्तित होने की संभावना है। इसके और प्रबल होकर चक्रवाती तूफान के रूप में दक्षिण- पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर 3 दिसंबर को बनने की संभावना है। उसके बाद उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर आगे बढ़ते हुए दक्षिण आंध्र प्रदेश और उससे लगे उत्तर तमिलनाडु तट के पास चेन्नई और मछलीपट्टनम के बीच 4 दिसंबर के शाम को पहुंचने की संभावना है।
प्रदेश में इसके प्रभाव से 3 दिसंबर से बादल आना और वर्षा होना प्रारंभ होना संभावित है । 3 दिसंबर को मुख्यत: प्रदेश के चरम दक्षिण में हल्की बारिश संभव है । उसके बाद धीरे-धीरे उत्तर की ओर प्रभावित करने की सम्भावना है । बस्तर संभाग में तीन, चार और 5 दिसंबर को बारिश होने की संभावना है तथा मध्य छत्तीसगढ़ में मुख्यत: 4(के शाम/रात्रि से), 5 और 6 दिसंबर को वर्षा होने की संभावना है।
सरगुजा संभाग में भी 5 और 6 दिसम्बर को वर्षा होने की संभावना बन रही है।