बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भाटापारा, 12 दिसंबर। छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग जिला-बलौदा बाजार भाटापारा के समन्वयक अजय अमृतांशु ने छत्तीसगढ़ के नये मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय एवं उनके नवगठित मंत्रिमंडल सहित समस्त निर्वाचित 90 विधायकों से छत्तीसगढ़ी भाषा में शपथ ग्रहण की अपील की है। चूंकि छत्तीसगढ़ को बने 23 साल हो गए हैं और सन 2007 से ही छत्तीसगढ़ी को राजभाषा का दर्जा मिल चुका है,उसके उपरांत भी छत्तीसगढ़ी राज काज के मामले में आज तक उपेक्षित है।
छत्तीसगढ़ी राज्य की आधिकारिक राजभाषा है अत: छत्तीसगढ़ी में शपथ लेने को लेकर कहीं कोई कानूनी बाधा नहीं है। आठवीं अनुसूची में शामिल भाषा में ही शपथ लेने की कहीं कोई बाध्यता नहीं है। अपनी मातृभाषा में कोई भी शपथ ले सकता है। सन 2018 में मिजोरम में जोरामथंगा ने अपनी मातृभाषा मिजो में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
विदित हो कि इस संबंध में छत्तीसगढ़ के राज्यपाल से भी निवेदन किया जा चुका है। छत्तीसगढ़ी भाषा में शपथ ग्रहण करने से छत्तीसगढिय़ों का मान सम्मान बढ़ेगा और छत्तीसगढ़ी को राजकाज की भाषा बनाने की दिशा में यह अनुकरणीय पहल होगी। अजय अमृतांशु के इस अपील का इस जिले से बलदेव भारती, चोवाराम वर्मा,रघुनाथ प्रसाद पटेल, नरेंद्र वर्मा, अनिल जांगडे, कन्हैया साहू अमित, अशोक जायसवाल, जगदीश साहू, हेमंतदास मानिकपुरी, पोखन जायसवाल, रामकुमार साहू मयारू आदि साहित्यकारों ने समर्थन किया है। उक्त जानकारी अजय अमृतांशु के द्वारा दी गई।