कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 20 दिसंबर। केंद्र सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुँचाने एवं इनसे लाभ लेने वाले हितग्राहियों से संवाद करने के उद्देश्य से शुरू की गई ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ का सफर कोंडागांव जिले में निरंतर जारी है। बुधवार को जिले के कोण्डागांव विकासखण्ड के मुलमुला और धनपुर, फरसगांव विकासखण्ड के भण्डरसिवनी और कुल्हाडग़ांव तथा केशकाल विकासखण्ड के ईरागांव और तोड़सी में कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
वहीं गुरूवार 21 दिसंबर को कोण्डागांव विकासखण्ड के फुकागिरोला, बड़े सिलाटी, फरसगांव विकासखण्ड के जुगानीकलार और सिरपुर तथा केशकाल विकासखण्ड के बड़ेखौली और पड्डे में विकसित भारत संकल्प यात्रा का आयोजन किया जाएगा।
इस दौरान ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ प्रचार रथ के ग्राम में आगमन होने पर ग्रामीणों में उत्साह देखा गया। जहां मुलमुला में ग्रामीणों ने पुष्प वर्षा से विकासरथ का स्वागत किया तो ईरागांव में महिलाओं द्वारा पारंपरिक रूप से रथ का पूजन किया। भण्डरसिवनी में बच्चों द्वारा देश भक्ति नृत्य के प्रदर्शन के साथ स्वास्थ्य शिविर में लोगों द्वारा स्वास्थ्य जांच कराने में उत्साह दिखाया गया।
कार्यक्रम स्थलों में विभिन्न विभागों द्वारा आम जनता को शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान करने स्टॉल भी लगाया गया था, जिसमें संबंधित विभाग के अधिकारियों के द्वारा आम जनों को योजनाओं के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई तथा उसका लाभ उठाने प्रेरित किया गया। कार्यक्रम स्थल में स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण कर नि:शुल्क दवाईयां भी वितरित की गई। इस अवसर पर केन्द्र सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को सामग्रियों का वितरण भी किया गया। इस अवसर पर ग्रामों में ग्रामीण सचिवालय का भी आयोजन किया गया। जिसमें अधिकारियों द्वारा लोगों की समस्याओं का निराकरण करने का साथ विभिन्न विषयों की जानकारी दी गयी।
सभी ग्रामीणों ने भारत को 2047 तक आत्मनिर्भर और विकसित राष्ट्र बनाने के सपने को साकार करने, गुलामी की मानसिकता को जड़ से उखाड़ फेकते हुए देश की समृद्ध विरासत पर गर्व करने, भारत की एकता को सुदृढ़ करने और देश की रक्षा करने वालों का सम्मान करने एवं नागरिक होने के कर्तव्य निर्वहन का संकल्प लिया। इसके साथ ही ‘यहां धरती कहे पुकार के तहत विभिन्न विकासमूलक योजनाओं के हितग्राहियों द्वारा अपने अनुभव साझा करते हुए सभी को योजनाओं का लाभ लेने हेतु प्रेरित किया। विभागीय अधिकारियों द्वारा सभी योजनाओं की पात्रता से लेकर योजनाओं के लाभों के संदर्भ में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। कृषि विज्ञान केन्द्र एवं कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा प्राकृतिक खेती, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, ड्रोन तकनीक तथा नैनो उर्वरक के संबंध में जानकारी दी गई। इस दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ अुनविभाग तथा विकासखण्ड स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।