गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा राजिम,15 जनवरी। ग्रामीणों क्षेत्रों में आज भी दंत रोगों के प्रति जागरुकता कम है। गुडाख़ु, मंजन आदि के अधिकाधिक प्रयोग एवं अन्य व्यंजनों के सेवन के चलते लोगों ने अपने दंत खराब कर लिए हैं। दिवंगत पिता फूलचंद अग्रवाल एवं माता सत्यभमा देवी अग्रवाल की स्मृति में आयोजित निशुल्क दंत शिविर में आये दंत वैद्य डॉ. सरोज बेन जोशी ने यह बातें कही ।
उन्होंने कहा कि जैसे ही शहरों में अनेक डिब्बा बंद खाद्य पदार्थों के सेवन के चलते और अपनी भीड़ भरी दिनचर्या के कारण बच्चों और युवाओं के दांत भी तेजी से खराब हो रहे हैं, इसका एक मात्र निदान आयुर्वेदीक मंजनों तथा जीवन शैली में निरंतर सुधार से ही हो सकता है।
राजकोट से आये डॉ. सरोज बेन जोशी, मुकेश कुलकर्णी आदि की टीम ने यहाँ वृंदावन कुंज में 82 मरीजों के दांतों का परीक्षण किया व 32 लोगों के सडे गले दांत निकाले शिविर में शिवर्थियों के रूप में सेठ फूलचंद अग्रवाल स्मृति महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना प्रभारी डॉ. आर. के. रजक एन. एस.एस. के छात्र छात्राएं सक्रिय रहे शिविर के प्रारंभ में पं. ब्रम्हदत्त शास्त्री ने पूजन अर्चन किया व मंगलाचरण के बाद शिविर प्रारंभ किया।
इस अवसर पर डॉ. टी. एन. रमेश, स्वरूपचंद टाटिया , प्रदीप बोथरा डॉ. राजेंद्र गदिया,डॉ. शोभा गावरी, डॉ. मनोज मिश्रा, प्रदीप भंसाली, रमेश पहाडिय़ा, मोहन गोविंद अग्रवाल, रमेश बोथरा, यश अग्रवाल, सतीश बोथरा, आदि गणमान्य नागरिक उपस्थिति थे । विदित हो की डॉ. जोशी विगत 30 वर्षों से छत्तीसगढ़ में आ रही हैं, 4 वर्षों से कोरोना काल में व्यवधान आ गया था, अब वे अपनी सेवाएं प्रति वर्ष पूर्ववत देती रहेगी। इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा इकाई से मितेश कुमार साहू, डिगेश कुमार साहू, विनय गोस्वामी, परमानंद साहू, तरिणी साहू, साक्षी ठाकुर, त्रेता साहू, मोनिका, ललिता, टिंकल कंडरा सहित 20 स्वयंसेवकों की गरिमामय उपस्थिति रही।