राजनांदगांव
राजनांदगांव, 6 फरवरी। कलेक्टर संजय अग्रवाल की उपस्थिति में सोमवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में केन्द्र शासन की योजनाओं के संबंध में जिला स्तरीय निगरानी समिति (डीएमसी) की बैठक आयोजित की गई। कलेक्टर अग्रवाल ने किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) एवं जिले में राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) तथा अन्य संस्थाओं द्वारा गठित एफपीओ की समीक्षा की। कलेक्टर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में किसान उत्पादक संगठन द्वारा आधुनिक तकनीक का उपयोग करते कृषि, मार्केट लिंकेज एवं विभिन्न क्षेत्रों में बेहतरीन कार्य करने की असीम संभावनाएं हंै।
किसान उत्पादक संगठन विशेष रूप से छोटे एवं सीमांत किसानों के लिए सामूहिकरण के माध्यम से कार्य करने का कारगर तरीका है। जिले में कोदो, कुटकी, सुगंधित चावल की वेरायटी, मक्का एवं अन्य उत्पादों की लाभदायक खेती को बढ़ावा दिया जा सकता है। किसानों को धान के बदले अन्य फसलों को लेने तथा फसल विविधीकरण के लिए प्रोत्साहित करने की जरूरत है। किसानों द्वारा उत्पादित किए गए कृषि उत्पाद में कुछ विशेषता होनी चाहिए, जिससे उनके उत्पाद को मार्केट में अच्छा मूल्य मिल सके। उन्होंने कृषि उत्पादों के फूड प्रोसेसिंग, ब्रांडिंग, पैकेजिंग, के्रेडिट लिंकेज, वैल्यू एडिशन एवं मार्केट लिंकेज के संबंध में चर्चा की। कलेक्टर ने कहा कि कृषि उत्पादन बढ़ाने, उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए व्यवस्थित एवं व्यवसायिक दृष्टिकोण से योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने इसके लिए कृषि, उद्यानिकी, नाबार्ड, पशुपालन, कृषि विज्ञान केन्द्र, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक, लीड बैंक, मत्स्य पालन, बायोटेक्नोलॉजी सहित विभिन्न विभागों को समन्वित तरीके से कार्य करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर अग्रवाल ने कहा कि किसान उत्पादक संगठन द्वारा लघु स्तर पर प्रारंभ करते कार्य किया जा सकता है। उन्होंने कृषि उत्पादों को प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण से जोड़ते हुए कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसानों के लिए अच्छी अधोसंरचना तैयार करने के साथ ही एक अच्छा प्लेटफार्म मिलना चाहिए।
डीडीएम नाबार्ड मनोज नायक ने इस दौरान नाबार्ड द्वारा किए जा रहे कार्यों के संबंध में जानकारी दी। इस अवसर पर जिला खाद्य अधिकारी भूपेन्द्र मिश्रा, लीड बैंक मैनेजर, कृषि विज्ञान केन्द्र सुरगी की संचालक डॉ. गुंजन झा, जिला विपणन अधिकारी प्रियंका देवांगन, उप पंजीयक सहकारिता शिल्पा अग्रवाल, उप संचालक पशुपालन डॉ. अनूप चटर्जी, पीओ विट्रो बॉयो टेक्नोलॉजी लिमिटेड हेमंत प्रधान, सोनाको के प्रतिनिधि कैलाश सोनी सहित अन्य अधिकारी एवं एफपीओ से जुड़े प्रतिनिधि उपस्थित रहे।