सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 20 फरवरी। सरगुजा पुलिस द्वारा ट्रैक्टर चोरी के मामले में 6 आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ट्रैक्टर मालिक के मकान में ही किराये पर रहता था। प्रकरण के आरोपी को चलगली भाटापारा थाना लुण्ड्रा से गिरफ्तार किया गया।
एएसपी पुपलेश कुमार ने बताया कि सुभाष नगर निवासी सौरभ मंडल एल.टी. फाईनेंस कंपनी में रेपो एजेंट का कार्य करता है। आठ फरवरी को ट्रैक्टर वाहन स्वामी नरेश टोप्पो निवासी चांची, बघिमा थाना बरियों जिला बलरामपुर के कब्जे से किश्त न पटा पाने के कारण आवेदक ने महिन्द्रा 415 ट्रैक्टर क्रमांक सीजी 30 एफ-2648 अपने कब्जे में लेकर कंपनी के यार्ड में जमा करने हेतु अम्बिकापुर ले आया, जहां देर रात होने से यार्ड बंद हो जाने के कारण अपने मकान के सामने खड़ा किया था।
आवेदक सौरभ मंडल कंपनी के काम से वाड्रफनगर गया था। आरोपी अंकित उर्फ संतोष यादव विगत 1 वषों से आवेदक के किराये के मकान में ही निवासरत था। मौका पाकर अपने अन्य 5 साथियों के साथ 8 फरवरी की शाम 05-06 बजे ट्रैक्टर चोरी कर ले गया। प्रार्थी सौरभ मंडल की रिपोर्ट पर थाना गांधीनगर में धारा 379 भा.द.स. पंजिबद्ध कर विवेचना की गई। विवेचना दौरान 150 लोकेशन का सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन करने पर आरोपी द्वारा आरटीगा कार से आने तथा ट्रैक्टर चोरी कर ले जाना पता चला. गांधीनगर पुलिस द्वारा विधिवत कार्यवाही करते आरोपियों की पता तलाश की जा रही थी।
मुखबिर से मिली सूचना एवं साइबर सेल के सहयोग से ग्राम चलगली लुण्ड्रा जाकर आरोपी संतोष यादव के घर पर दबिश देकर उसके पूछताछ की गई. उसने उक्त ट्रैक्टर को योजनाबद्ध तरीके से चोरी करना स्वीकार किया एवं अम्बिकापुर में वर्तमान में प्रार्थी के किराये के मकान में रहने वाला संतोष के ही गांव का एक साथी अंकित उर्फ संतोष यादव जो शहर में रहकर ऑटो चलाने का काम करता है।
घटना में अंकित उर्फ संतोष यादव के द्वारा ही चोरी की योजना तैयार किया गया, जिसके एवज में जयनारायण यादव उर्फ बंगाली के द्वारा 20000 रूपये दिया गया है,जिसे उक्त रकम को अंकित ने किश्त पटाने एवं किराया देने में खर्च करना बताया है. कुल 1500 बरामद किया गया। महेश यादव, महेदश नगेशिया, इश्वर दास के साथ अन्य दो आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
आरोपियों ने पूछताछ पर बताया कि चोरी की ट्रैक्टर को अन्य स्थानो एवं दूर-दराज के गांव में बेचने तथा नहीं पकड़ में आने पर इसी प्रकार शहर से कई गाडिय़ों को चोरी कर बेचने की योजना बनाई गई थी।