बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 20 फरवरी। एसआईएस कंपनी में सिक्युरिटी गार्ड के रूप में तैनात सिक्युरिटी गार्ड की पत्नी ने जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। उसको गंभीर हालत में मेकाज लाया गया। सिक्युरिटी गार्ड ने आरोप लगाया कि 2 माह से वेतन नहीं मिलने के कारण घर में राशन सामान नहीं होने के साथ ही बच्चों के स्कूल सामानों की पूर्ति नहीं किये जाने के कारण परेशान पत्नी ने जहर खा लिया।
मामले की जानकारी देते हुए सिक्युरिटी गार्ड घासीराम यादव ने बताया कि वह धरमपुरा स्थित देवकी विहार में एसआईएस सिक्युरिटी एन्ड इंटेलिजेंट सर्विस ऑल इंडिया लिमिटेड में काम कर रहा है। उसने बताया कि वह जगदलपुर में रहकर काम कर रहा था, जबकि उसकी पत्नी अपने चार बच्चों के साथ ही पिता व भाई के साथ सुकमा जिले के केरलापुर के ग्राम गोलाबेकुर में निवास कर रही थी।
घासी ने बताया कि सोमवार की दोपहर को पत्नी ने फोन कर 2 माह से पैसे नहीं भेजने का कारण पूछा, जिस पर पति द्वारा नहीं दिए जाने व सैलरी के बारे में कंपनी की ओर से कोई भी जवाब नहीं मिलने के कारण घर में उपयोग होने वाले सामान के साथ ही रोजमर्रा के दैनिक उपयोगी सामानों के अलावा बच्चों के स्कूल के खर्च को पूरा नहीं कर पाने के कारण घर की स्थिति बिगड़ गई है, पत्नी ने पैसे नहीं भेजने से नाराज होकर जहर खाने के बाद फोन पर पति को जानकारी दी। पति ने डर के चलते अपने पिता समरथ व भाई रोशन को फोन पर सूचना दी। घर पहुँचे परिजनों ने महिला को सुकमा जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां खराब हालत को देखते हुए उसे मेकाज भिजवाया गया, जहाँ उसका उपचार चल रहा है।
घासी ने आरोप लगाते हुए बताया कि कंपनी में बहुत लोग काम कर रहे थे, लेकिन पैसे समय पर नहीं मिलने के कारण नौकरी छोडक़र चले गए है, सिक्युरिटी गार्ड का कहना है कि गरीबों की गुहार कंपनी तक नहीं पहुँच पा रही है, जिसके कारण इन परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।