दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
उतई, 21 फरवरी। धनोरा में चल रहे श्री राम कथा एवं मारुति यज्ञ बाबा दरबार पावन धाम धनोरा दुर्ग एवं समस्त ग्रामवासी के सहयोग से आयोजित श्रीराम कथा एवं मारुति यज्ञ जिसमें हवन परिक्रमा में पूरे गांव के भक्त गण एवं दूर-दूर से भी भक्त गण उमड़ पड़े हैं। श्री लक्ष्मण बाबा के मार्गदर्शन में यह यज्ञ हवन का कार्यक्रम विद्वान पंडितों द्वारा कराया जा रहा है।
मंत्र उच्चारण के साथ पूरे गांव राम मय हो गया है, सुबह से ही भक्तों का इस यज्ञ शाला में ताता लगा रहता है। कथा वाचक बाल व्यास तिलेन्द्र महराज ने श्री राम के अवतार की लीला का वर्णन किया उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम ने आदर्श स्थापित किया है वह आज भी प्रासंगिक हैं।
श्री राम जन्म पर व्याख्यान दिया उन्होंने कहा कि दुवापर में जब कंस के अत्याचार बढ़े तो श्री कृष्ण ने अवतार लेकर मुक्ति दिलाई राम केवल नाम नहीं राम एक संस्कार है। भक्ति उपासना व किया यह तीन चीजें जहां होगी, वहीं प्रभु का अवतार होता है। जैसे राजा दशरथ वेद है और वेद की तीन धाराएं भक्ति का रुप माता कौशल्या उपासना सुमित्रा व क्रिया का रुप कैकेई को कहा गया है। राम चरित्र की व्याख्या करते हुए बताया कि राम केवल एक नाम नहीं है अपितु राम एक संस्कार है और संस्कार सत्य व सुंदर है। इसलिए देवाधि देव महादेव भी प्रभु श्रीराम की उपासना में लीन रहते हैं। राम नाम एक मंत्र है जितना सरल राम का नाम है, उतना ही सरल मंत्र राम नाम के महामंत्र को लेकर जीवन सफल करो पूरी होगी मनोकामना रामायण का पाठ करो। इस पवित्र की व्याख्या करते हुए कहा कि जो राम कि जो राम नाम के महामंत्र का जाप करेंगा और राम रुपि नौका का आश्रय लेगा उसे राम भवसागर से पार करा देंगे इसलिए मृत्यु के बाद भी अंतिम यात्रा में राम नाम सत्य है कहा जाता है।