राजनांदगांव
तेन्दूपत्ता व्यापारी भोजानी का दावा, कोर्ट के आदेश पर बंद किया रास्ता
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 22 फरवरी। शहर के नीलगिरी कालोनी के एक मुख्य आवाजाही वाले रास्ते को निजी जमीन बताकर भूमि मालिक ने बेरिकेड्स लगाकर बंद कर दिया है। तेन्दूपत्ता व्यापारी संजय भोजानी का दावा है कि उक्त जमीन से गुजरे रास्ते पर उनका मालिकाना हक है। वह लंबे समय से कोर्ट में जमीन के एवज में प्रशासन से मुआवजे के लिए लड़ाई लड़ रहे थे। कोर्ट ने नगर निगम को मुआवजा राशि देने का आदेश दिया है। बताया जा रहा है कि नगर निगम ने आर्थिक तंगी का हवाला देकर मुआवजा राशि देने से इंकार कर दिया।
कोर्ट के आदेश के बाद व्यापारी भोजानी ने कमला कॉलेज रोड को जोडऩे वाले इस रास्ते में बेरिकेड्स लगा दिए। उन्होंने बेरिकेड्स में एक बैनर चस्पा कर दिया है। जिसमें उन्होंने आम रास्ता नहीं होने का हवाला देकर चारो तरफ से बाउंड्रीवाल निर्माण कराने का जिक्र किया है।
इस संंबंध में नगर निगम आयुक्त अभिषेक गुप्ता ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि कोर्ट ने भूमि मालिक के पक्ष में फैसला दिया है। जिसमें उन्हें मुआवजा देकर जमीन निगम के अधीन रखने का निर्देश है। निगम की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि जमीन की आवाजाही बंद करने का फैसला पूरी तरह से अनुचित है। एसडीएम से निर्देश मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
नीलगिरी का यह मुख्य रास्ता नेशनल हाईवे को भी जोड़ता है। एक बड़ी आबादी इस रास्ते से रोज गुजरती है। भूमि मालिक भोजानी का कहना है कि 18 हजार स्क्वेयर फीट की यह भूमि है। निगम ने मुआवजा देने से इंकार कर दिया। उनके सामने रास्ता बंद करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। बताया जा रहा है कि नगर निगम आयुक्त के समक्ष रास्ता बंद करने की शिकायतें पहुंची है। वह एसडीएम से चर्चा कर बेरिकेड्स हटाने को लेकर कार्रवाई कर सकते हैं। फिलहाल निजी जमीन बताकर भूमि मालिक ने मुख्य रास्ते को बंद कर इस क्षेत्र के बाशिंदों की मुश्किलें बढ़ा दी है।