रायपुर
![जंगल सफारी में वन्य प्राणियों की बहुतायत में मौतों पर घिरे मंत्री जंगल सफारी में वन्य प्राणियों की बहुतायत में मौतों पर घिरे मंत्री](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1709131835g_vidhansabha.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 28 फरवरी। नवा रायपुर के जंगल सफारी में वन्य प्राणियों की बहुतायत में मौतों पर नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस विधायक ने वन मंत्री को घेरा। चर्चा मेंं स्पीकर डॉ रमन सिंह ने भी कहा कि निलंबित डॉक्टर के बजाए वहां अच्छे लोगों को पदस्थ करें।
प्रश्न काल में कांग्रेस की शेषराज हरबंस ने यह मामला उठाया । उन्होंने कहा कि 2023-24 के दौरान 13 महीनों में जंगल सफारी में 74 जानवरों की मौत हुई। क्या कारण थे? वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि मौत के कई कारण होते हैं । वयोवृद्धता (आयु), आपसी फाइटिंग, किसी संक्रमण से आदि । सही है कि बीते 3-4 वर्ष में लगातार मौतें बढ़ी हैं। स्वाभाविक रूप से 16 प्राणी मृत, 58 में निमोनिया से 18, संक्रमण से 26 मृत। हरबंस ने पूछा क्या डॉक्टर की लापरवाही से मौते हुई?
कश्यप ने कहा कि अंजोरा वेटनरी कॉलेज के डॉक्टर की सेवाएं ली गई। इस मामले में तीन अधिकारी कर्मचारी को नोटिस दिया गया है। मामले की जांच सेंट्रल जू अथारिटी के माध्यम से भी कराई जाएगी। हरबंस ने सफारी पदस्थ, प्रशिक्षित डॉक्टर की जानकारी मांगते हुए पूछा कि क्या डॉ राकेश वर्मा के खिलाफ एफआईआर है?मंत्री ने बताया कि डॉ वर्मा और कंपाउंडर सोनम मिश्रा को नोटिस दिया गया है। विधायक ने बताया कि डॉ वर्मा को तीन वर्ष के लिए निलंबित किया जा चुका था। स्पीकर ने कहा कि निलंबित को क्यों भेजते हो, दूसरे डॉक्टर को भेजिए।