राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 मार्च। रायगढ़ नरेश राजा चक्रधर सिंह एवं नृत्याचार्य प्रो. कल्याणदास महंत की स्मृति में 12वीं उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं को स्नातक डिग्री कोर्स बीपीए (बैचलर ऑफ परफारर्मिंग आर्ट) डिग्री कोर्स इंदिराकला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ का लाभ मिलेगा। चक्रधर कत्थक कल्याण केन्द्र द्वारा राष्ट्रीय नवीन शिक्षानीति के अंतर्गत समावेशी शिक्षण पद्धति में विद्यार्थियों का समग्र विकास एवं मूलभूत सुविधा अनुसार पाठ्यक्रमों के साथ कौशल उन्नयन एवं रोजगारमूलक रोजगारपरक पाठ्यक्रमों का समावेश किया जाना है।
डॉ. कृष्ण कुमार सिन्हा ने बताया कि कला संस्कृति एवं नृत्य संगीत में रूचि रखने वाले एवं कला (संगीत) को अपना कैरियर रोजगार का जरिया बनाना चाहते हैं, उनके कौशल उन्नयन एवं रोजगार मूलक पाठ्यक्रम (बीपीए) बैचलर ऑफ परफार्मिंग आर्ट स्नातक (डिग्री) पाठ्यक्रम इंदिराकला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ द्वारा संबद्ध कला एवं स्नातक संगीत महाविद्यालय चक्रधर कत्थक कल्याण केन्द्र सांकरा (सोमनी) राजनांदगांव द्वारा वर्ष 2024-25 से नया सत्र प्रारंभ होने जा रहा है।
डॉ. सन्हा ने बताया कि यूजीसी के मापदंडों के अनुसार सर्वसुविधा एवं प्राकृतिक वातावरण युक्त कैम्पस में रायगढ़ दरबार नृत्य संगीत एवं गुरू शिष्य परंपरा अनुसार शिक्षण कार्य होगा। चक्रधर कत्थक जनकल्याण केन्द्र राजनांदगांव द्वारा विगत पैतीस वर्षो से परीक्षा केन्द्र के रूप में संगीत नृत्य में डिप्लोमा स्तर के पाठ्यक्रमों कत्थक नृत्य, शास्त्रीय गायन, तबला एवं लोक संगीत में संचालित होने एवं शासन की कल्याणकारी योजनाओं के अंतर्गत उच्च शिक्षा में उन्नयन कार्यक्रमों के तहत इंदिरा कला संगीत विश्व विद्यालय खैरागढ़ प्रशासन एवं कुलपति डॉ. मोक्षदा (ममता) चन्द्राकर एवं नृत्य संकाय के डीन व एचओडी एवं कुल सचिव प्रोफेसर डॉ. श्रीमती नीता गहरवार और सहायक कुल सचिव एवं संबद्धता विभाग के प्रभारी राजेश कुमार गुप्ता आदि का विशेष सहयोग एवं मार्गदर्शन रहा।