बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 1 अप्रैल। जिले के कटगी के रहवासी अवैध शराब की बिक्री से काफी परेशान हैं। गांव की गली-गली में शराब की अवैध बिक्री चल रही है। शराब के अवैध कारोबार से पुलिस के साथ आबकारी विभाग की भी कार्यप्रणाली पर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
लोगों का कहना है कि गांव के बच्चे से लेकर बुजुर्ग को भी पता है कि गांव में इतनी ज्यादा मात्रा में महुआ शराब की बिक्री हो रही है, तो प्रशासन के जिम्मेदारों को आखिर क्यों नहीं पता चल पा रहा है? अगर ग्राम पंचायत कटगी की बात करें तो गांव में लगभग 5 से 6 जगहों पर शराब की अवैध बिक्री हो रही है ।
बच्चों और महिलाओं को ज्यादा परेशानी
महुआ शराब की अवैध रूप से धड़ल्ले से हो रही बिक्री से बच्चे और महिलाएं काफी परेशान नजर आ रही हैं। महिलाओं को नदी जाने और बच्चों को स्कूल जाने में भी शराबियों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन नदी जाना और स्कूल जाना लोगों की मजबूरी है, जिसके चलते शराबियों के हुड़दंग को बर्दाश्त कर उन्हें अपना काम करना पड़ रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कटगी में महुआ शराब के मुख्य सप्लायर बलौदा डेरा के शराब के माफिया है, जो तडक़े 4 बजे शराब की सप्लाई करते हैं। सूत्र बताते हैं कि तडक़े 4 बजे सप्लायर बिना नंबर की गाड़ी से शराब विक्रेताओं के पास शराब छोड़ते हैं। शराब सप्लाई करने वालों का यह प्रतिदिन का काम है, लेकिन कोई भी कार्रवाई उन पर नहीं हो पा रही है।
विभागीय उदासीनता के चलते ग्रामीणों ने अपने कंधे पर ली जिम्मेदारी
कटगी पंचायत से लगा आश्रित ग्राम कलमीडीह है, जहां गांव की महिलाओं ने विभागीय उदासीनता को देखते हुए अवैध शराब को बंद करने की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले ली और गांव में अवैध महुआ शराब की बिक्री को बंद करा दिया । ग्रामीणों का कहना है कि अगर प्रशासन चाहे तो अवैध शराब की बिक्री पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लग सकता है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में 6 से 7 लोग अवैध शराब की बिक्री कर रहे हैं और कुछ गिनती के शराब बनाने वाले ही शराब की सप्लाई करते हैं। अगर उन पर प्रशासन कार्रवाई करता है, तो बाकी लोगों में भी खौफ होगा और लोग शराब बेचने से डरेंगे। ग्रामीणों का साफ कहना है कि कोई भी कार्रवाई आबकारी और पुलिस प्रशासन द्वारा नहीं की जा रही है ।