रायपुर
विश्व लिवर दिवस जागरूकता सत्र
रायपुर, 18 अप्रैल। रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल ने बताया कि लिवर मानव शरीर के सबसे अहम अंगों में से एक है महत्वपूर्ण अंग होने के बावजूद भारत समेत दुनिया भर में बड़ी संख्या में लोग पीटी लिवर की समस्या से जूझ रहे है। यह जीवन के लिए खतरा तो नहीं है. लेकिन इसकी लगातार अनदेखी करना खतरनाक हो सकता है।
हॉस्पिटल ने बताया कि रामकृष्ण केयर हास्पिटल के डॉ संदीप डॉ. ललित निहाल, डॉ. अजीत मिश्रा एवं डॉ धीरज प्रेमचंदानी ने आज विश्व लिवर दिवस पर लोगों की लिवर से संबंधित रोगों एवं बचाव हेतु कई महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की। लिवर की समस्या को मुख्य कारण लोगों की असंतुलित जीवनशैली है। आरामदेह एवं अव्यवस्थित जीवनशैली के चलते लोगों की अनेक तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
हॉस्पिटल ने बताया कि जिसके कारण फैटी लिवर लिवर के सूजन, सिरोसिस जैसी समस्याएं अधिक देखने में जा रही है। खानपान में अशुद्धता के चलते लिवर में परेशानी स्वाभाविक है वहीं अधिक अल्कोहल पीने से लिवर के कमजोर होने का खतरा हमेशा बना रहता है। आज कल मेटाबालिक एसोसियेटेड, फैटी लिवर डिसीज के रूप में एक नई तरह की समस्या भी देखने में जा रही है जिसे सामान्य भाषा में समझाते तो अगर किसी को डायबिटिज, मोटापा या अनियंत्रित ब्लड प्रेशर जैसी समस्या है तो लिवर की बिमारी होने की आशंका बढ़ जाती है।
हॉस्पिटल ने बताया कि कमर के आसपास फैट इकट्या हो रहा है या गर्दैन मोटी और काली हो रही है तो यह भी लिवर की समस्या के प्रारमिक संकेत है. ऐसी स्थिति में लिवर की पाँच अवश्य करानी चाहिए। शुरुआती लक्षणों से संबंधित बिमारियों का पता लगाया जा सकता है जैसी सीधे हाथ में उपर की तरह थोडा भारीपन महसूस हो सकता है। गंभीरता बढ़ाने पर पैरो में सूजन, पेट का आकार, पेट में पानी इकट्ठा होने इत्यादि।
हॉस्पिटल ने बताया कि लोगों को लिवर संबंधी कोई समस्या होने पर हेपेटाइटिस बी और सी की भी स्क्रीनिंग करा लेनी चाहिए। कमी जाने अनजाने में ड्रग्स के प्रयोग, असुरक्षित यौन संबंध जैसे कारणों से भी हेपेटाइटिस की आशंका रहती है। इस बिमारी का बचाव संभव है बशर्ते सही समय पर जाँच हो और सही उपचार हो।