बिलासपुर

कलेक्टर ने अपने थर्ड डिवीजन 10वीं पास होने का जिक्र कर छात्रों का हौसला बढ़ाया
29-Apr-2024 1:27 PM
कलेक्टर ने अपने थर्ड डिवीजन 10वीं पास होने का जिक्र कर छात्रों का हौसला बढ़ाया

फेसबुक पर आज से एक सप्ताह तक बोर्ड परीक्षार्थियों से जुड़ रहे, कलेक्टर, एसपी, मनोचिकित्सक व मोटिवेटर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 29 अप्रैल।
बोर्ड परीक्षाओं में छात्रों और पालकों को मार्गदर्शन और सुझाव देने के लिए फेसबुक पर ऑनलाइन चर्चा की शुरुआत आज कलेक्टर अवनीश शरण ने की। इस दौरान छात्रों और पालकों ने लाइव जुडक़र उनसे कई सवाल किए, जिनका उन्होंने समाधान करने का प्रयास किया।

इस दौरान शरण ने कहा कि यदि पढ़ाई में मन नहीं लगता तो आप अपने भाई, बहन या मित्र जिससे भी अच्छी ट्यूनिंग हैं, उस विषय पर चर्चा करें जो आपको कठिन लगता है। आपको वह विषय आसान लगने लगेगा। उन्होंने पालकों से कहा कि परीक्षा देकर आने के बाद बच्चों को रिजल्ट को लेकर चिंता में मत डालें। कोई भी छात्र-छात्रा जानबूझकर फेल नहीं होना चाहता। सर्वश्रेष्ठ का विश्वास रखें और सबसे खराब नतीजे के लिए तैयार रहें। बच्चों को साथ समय दें, उनके साथ घूमें। मिडिल क्लास परिवारों में बच्चों के रिजल्ट को स्टेटस सिंबल बना लिया जाता है। ऐसा नहीं होना चाहिए। यह 10वीं, 12वीं का रिजल्ट है, आखिरी पड़ाव नहीं है। आगे मौके और हैं। स्पोर्ट्स में भी यही होता है। बच्चों को गेम्स की आदत डालें, इसमें हारने-जीतने की आदत बनती है। उन्होंने 12वीं फेल मूवी का जिक्र किया जो आईपीएस मनोज वर्मा की जीवनी पर आधारित है। बच्चों का भरोसा मत टूटने मत दीजिए। कलेक्टर ने अपना उदाहरण दिया कि जब वे 10वीं बोर्ड परीक्षा में थर्ड डिवीजन आए। मैथ्स में तो 100 में 30 नंबर ही मिले। उस समय 1996 में वे क्रिकेट वल्र्ड कप देखते रह गए। मगर आगे यूपीएससी में मेहनत कर सिलेक्ट हो गए। तुषार समेरा आईएएस का भी एजुकेशनल ग्राउंड भी इसी तरह का है। इस चीज को बिजनेस और दूसरे फील्ड  में आजमा सकते हैं।  

फेसबुक लाइव का यह कार्यक्रम सुबह और शाम को आधे-आधे घंटे के लिए 5 मई तक चलेगा, जिसमें अनेक अधिकारी, शिक्षाविद, मनोचिकित्सक व मोटिवेटर जुड़ेंगे। इस कार्यक्रम से बिलासपुर डिस्ट्रिक्ट फेसबुक पेज पर जाकर जुड़ा जा सकता है।

आगामी सप्ताह कक्षा दसवीं एवं बारहवीं बोर्ड परीक्षाओं के परीक्षा परिणाम घोषित किए जाएंगे. परीक्षा परिणाम घोषित होने के पूर्व तनाव एक स्वाभाविक प्रक्रिया है, किंतु कई बच्चे बेहतर परीक्षा परिणाम नहीं आने के कारण तनाव के कारण अवसाद ग्रस्त हो जाते हैं।  यह समय बच्चों और उनके पालकों के लिए अत्यंत संवेदनशील  होता है। कलेक्टर अवनीश शरण ने परीक्षा परिणाम को लेकर विद्यार्थियों में होने वाले तनाव को दूर करने हेतु विस्तृत कार्य योजना बनाई है। इस संबंध में उन्होंने जिले केसभी 426 शासकीय एवं अशासकीय हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी विद्यालयों के प्राचार्यों की वर्चुअल बैठक ली। 

कलेक्टर ने विद्यार्थियों को तनाव से दूर करने हेतु प्राचार्यों कोएक अच्छे माहौल बनाने की जरूरत पर विशेष जोर दिया, जिसमें शिक्षा विभाग के अधिकारी, प्राचार्य और शिक्षक सभी सम्मिलित होंगे। कलेक्टर ने बच्चों के तनावग्रस्त होने के प्रमुख  कारणों के संबंध में कहा कि बच्चों का खुद की महत्वाकांक्षा (एक्सपेक्टेशन), साथियों से तुलना, शिक्षकों द्वारा कक्षा में विद्यार्थियों पर डाले गए दबाव एवं पालक और पड़ोसियों का प्रेशर  बच्चों को ज्यादा तनावग्रस्त करता है। इसके लिए ब्लॉक और स्कूल के सभी अधिकारी कर्मचारी एक-एक बच्चों तक पहुंचे और यदि बच्चों में तनाव के कोई भी लक्षण है तो उन्हें दूर करने का प्रयास करें।

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