रायपुर
![महासुहृत महा शाक्त यज्ञ में हो रही आहूतियां महासुहृत महा शाक्त यज्ञ में हो रही आहूतियां](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/17162985051.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 21 मई। श्री महा दिव्य देशम फाउंडेशन द्वारा माना शादानी दरबार के मंगलम भवन में चल रहे पांच दिवसीय महा सुहृत महा शाक्त यज्ञ के तीसरा दिन सुबह गणपति होम के साथ प्रारंभ हुआ। उसके बाद प्रदोष यज्ञ, फिर महा सुहृत यज्ञ, महा मृत्युजम होम हुआ। इसके पहले द्वितीय दिवस में महा धन्वंतरि का विशेष यज्ञ हुआ था।
राजीव रकुल संस्थापक श्री महा दिव्य देशम फाउंडेशन ने बताया कि भगवान धन्वंतरि अमरता के देवता और देवताओं के चिकित्सक हैं। महाविष्णु के सर्वोच्च स्वरूप में वह आयुर्वेद के जनक हैं और अमृत को शुद्ध चेतना की ओर ले जाते हैं। यह यज्ञ समुदाय को संक्रमणों और बीमारियों से बचाने में मदद करता है। कुष्मांडा विशेष होम संध्याकाल में कुष्मांडा यज्ञ अनुष्ठान किया गया। यह अपने जीवन में संग्रहित पापों या बुरे कर्मों से छुटकारा पाने के लिए किया जाता है। पूर्ण विश्वास और भक्ति के साथ किए जाने पर यह होम बुरे कर्मों को शुद्ध करता है।
वन दुर्गा विशेष पूजा अनुष्ठान किया गया। क्योंकि वर्तमान छत्तीसगढ़ में दंडकारण्य की अधिष्ठात्री देवी वनदुर्गा का आह्वान भगवान राम ने सीता और लक्ष्मण के साथ अपने वनवास के दौरान किया था।