रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 जून। महापौर एजाज ढेबर और एमआईसी सदस्यों ने आज डिप्टी सीएम (नगरीय प्रशासन, लोनिवि)अरूण साव से मुलाकात की । इस दौरान राजधानी के तात्यापारा से शारदा चौक सडक़ चौड़ीकरण के मुआवजे की राशि निगम को ट्रांसफर करने की मांग की । साव को सौंपे पत्र में महापौर ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने उक्त चौडीकरण के मुआवजे आदि के लिए 137 करोड़ रूपये की स्वीकृति की थी। जो लोक निर्माण विभाग के पास उपलब्ध है। कुछ दिन पहले एमआईसी सदस्यों पार्षदों के साथ मार्ग के व्यापारियों ने चर्चा में कहा था कि चौड़ीकरण से प्रभावित परिवारों को शीघ्र मुआवजे की राशि दिलाने के पश्चात् आगे की कार्यवाही की जाए।
चौड़ीकरण के विषय को दृष्टिगत रखते हुए एवं वर्षों पुरानी जनसमस्या से राहत दिलाने मुआवजे की राशि तत्काल नगर निगम रायपुर को उपलब्ध कराएं।
मुलाकात से पहले महापौर एजाज ढेबर ने मीडिया से कहा कि हमारे कार्यकाल के 4-5 महीने शेष रह गए हैं। और शहर के विकास कार्यों को लेकर शासन द्वारा गतिरोध लगाया गया है। हर पार्षद चाहता है कि विकास के लिए पैसा मिले। हम मंत्री से 50 करोड़ रूपए की मांग करने आए हैं। मुलाकात का दूसरा बड़ा विषय,समस्या और मांग है तात्यापारा फूल चौक सडक़ चौड़ीकरण कार्य । ढेबर ने बताया कि इसे लेकर वे मुख्य सचिव, सचिव नगरीय प्रशासन और कलेक्टर से मिल चुके हैं । इन सबने बताया कि प्रशासकीय स्वीकृति मिल चुकी है ,4 करोड़ रूपए टोकन राशि भी विभाग को मिल चुकी है । उसके बाद भी मुआवजा वितरण शुरू नहीं किया गया है। चूंकि आबादी का व्यवस्थापन पर डबल मुआवजा देना पड़ता है, इसलिए शुरू नहीं किया जा रहा । इससे पहले ब्राह्मण पारा सडक़ चौड़ीकरण के वक्त भी डबल मुआवजा देना पड़ा था। हम एजेंसी लोनिवि को चेंज कर निगम को करने की मांग करेंगे।
तीसरा अहम मुद्दा संपत्ति कर में बड़े लोगों को दी जा रही रियायत भी है। पहले ट्रेजर आयर्लैंड को और अब सिटी सेंटर मॉल को भी देने की तैयारी है। इसका विरोध करते हैं। बड़े लोगों को 17 से 2 करोड़ कर दिया गया तो गरीब और मध्यम वर्ग के 5 हजार के 2 हजार करना चाहिए।