रायपुर
31 जुलाई अंतिम तिथि, इससे एजेंट के गबन पर रोक लगेगी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 25 जून। आम लोगों की छोटी छोटी बचत भी अब सरकार की नजरों से नहीं चूकेगी।अभिकर्ता (एजेंट) के जरिए संचालित डाकघर बचत योजनाओं में गबन फ्राड रोकने डाक विभाग ने एक बड़ा फैसला किया है। सभी आरडी (रिकरिंग डिपाजिट) खातों को मोबाइल नंबर से लिंक करना अनिवार्य होगा। लिंक न होने वाले 1 अगस्त से ऐसे खातों में लेन देन नहीं होगा ।
डाक महानिदेशालय दिल्ली से जारी पत्र के अनुसार बचत एजेंट के जरिए संचालित आरडी एकाउंट्स को 31जुलाई तक हर हाल में आधार, पैन और मोबाइल नंबर से लिंक करना अनिवार्य है। नहीं करने पर 1 अगस्त से इन खातों से लेनदेन न होकर फ्रीज कर दिया जाएगा। यह एजेंट्स के जरिए हो रहे फ्राड गबन धोखाधड़ी को रोकने के लिए किया जा रहा है । डाकघरों के जरिए छोटी रकम से लेकर लाखों रूपए की बचत योजनाएं संचालित की जाती है। इसके लिए विभाग ने एजेंट नियुक्त किए और करता है। यह एजेंसी मुख्य रूप से महिलाओं को दी जाती है। ताकि उसे आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाया जा सके।
घर की महिलाओं के नाम पर एजेंट कार्ड लेकर पति, भाई,बेटे यह काम करने लगे हैं। और नीयत डोलने पर गबन करने लगे हैं। बीते तीन दशकों में छत्तीसगढ़ में इन एजेंट्स ने डाक कर्मियों की मदद से करोड़ों का गबन किया है। अधिकांश मामले पुलिस में दर्ज भी है। ये एजेंट, बचतकर्ता से मासिक, छमाही और वार्षिक डिपाजिट राशि ते ले लेते हैं लेकिन जमा नहीं करते। ये एजेंट्स,पासबुक में जमा करने की एंट्री तो करते हैं लेकिन डाकघर की पंजी में नहीं चढ़ाते। ऐसा कर वे लाखों रूपए डकार गए। अब इस नई व्यवस्था से बचत कर्ता आनलाइन, अपनी बचत डिपाजिट देख सकेगा।
डाक परिमंडल छत्तीसगढ़ में करीब 16 लाख आरडी खाते हैं,जिनमें करीब 35.4 करोड़ से अधिक की राशि जमा है।
रायपुर दुर्ग के अधीक्षक बदले
संसदीय चुनाव की आचार संहिता हटते ही राज्य प्रशासन की तरह केन्द्रीय कार्यालयों में भी तबादले शुरू हो गए हैं। रायपुर डाक विभाग के अंर्तगत दो अधिक्षकों को बदला गया। इनमें एचके महावर को दुर्ग से रायपुर और बीएल जांगड़े को दुर्ग पदस्थ किया गया है। आने वाले दिनों में कुछ और अधिकारियों और डाकघरों के पोस्ट मास्टरों के भी तबादले किए जाएंगे।