बस्तर

जान जोखिम में डाल नहा रहे पर्यटक तीरथगढ़ जलप्रपात में
08-Jul-2024 4:23 PM
जान जोखिम में डाल नहा रहे पर्यटक तीरथगढ़ जलप्रपात में

  दो जगह लिया जा रहा है पर्यटकों से पैसा, सुरक्षा के नाम पर कुछ नहीं  

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

जगदलपुर, 8 जुलाई। बरसात के मौसम की शुरुआत होने के साथ ही बस्तर जिले के जलप्रपात (वाटरफॉल) में लोकल निवासियों के साथ ही बाहर से भी रोजाना सैकड़ों पर्यटक इसकी खूबसूरती को निहारने के लिए आ रहे हैं, लेकिन इस पर्यटन में सबसे बड़ी खास बात यह है कि यहां पर्यटकों अपनी जान को जोखिम में डालकर एन्जॉय तो कर रहे हंै, लेकिन सुरक्षा के नाम पर कुछ भी नहीं है। यहां पर रायपुर से लेकर विशाखापत्तनम, ओडिशा के अलावा अन्य जगहों से पर्यटक यहां पर घूमने के लिए आ रहे हंै, लेकिन तीरथगढ़ वाटरफॉल पर सुरक्षा के नाम पर कुछ भी नहीं दिख रहा है।

बताया जा रहा है कि जगदलपुर शहर में चित्रकोट, मिनी गोवा, तामड़ागुमर, तोपर, बिजाकासा, गुलमी, चित्रधारा के अलावा और भी कई जगह है, जहाँ लोग एन्जॉय करने के लिए जाते है, जहाँ कई बार बड़ी घटनाएं घट चुकी हैं।

तीरथगढ़ जलप्रपात

यह जगह देखने मे जितनी सुंदर है, उतना ही यहां पर दुर्घटनाएं घट चुकी है, जिसकी बात करे तो यहां कुछ साल पहले टॉप में बैठे पति पत्नी में पत्नी फिसलकर गिर जाने से उसकी मौत हो गई थी, इसके अलावा इस जगह से नीचे एक छोटा सा और झरना है, जिसके नीचे कुंड बना हुआ है, जहाँ कई हादसे हो चुके हैं और कईयों की डूबने से मौत हुई है।

चित्रकोट जलप्रपात

इस वाटरफॉल को मिनी नियाग्रा भी कहा जाता है, लेकिन यहां पर भी कई बार बड़े हादसे हो चुके हैं। अधिकतर देखा जाए तो कइयों ने इस वाटरफॉल से छलांग लगाकर अपनी जान दे चुके है, इसके अलावा इस फॉल से डॉक्टर पति-पत्नी गिर गए थे, लेकिन बाद में मछुआरों की टीम ने बचा लिया था।

गुलामी जलप्रपात

ये वाटरफॉल छत्तीसगढ़ और ओडिशा सीमा के बीच है, यहां भी काफी संख्या में लोग जाते हैं, लेकिन इस वाटरफॉल में भी कई युवकों की डूबने से मौत हो चुकी है, इसके अलावा कुछ वर्ष पहले घूमने आए जोड़ंो से कुछ लोगों ने पैसे की मांग भी की थी, लेकिन नहीं मिलने पर हत्या तक हो चुकी है।

मिनी गोवा

बस्तर के युवाओं ने कुछ वर्ष पहले इस खोज की थी, लेकिन यह जगह इंस्ट्राग्राम में युवकों के द्वारा डाले गए वीडियो के बाद काफी फेमस हुआ, जहां कुछ दिन पहले नहाने गए जगदलपुर के टीम युवक बह गए थे, जिन्हें बाद में एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन कर रात 12 बजे सही सलामत निकाला था।

पर्यटकों को देंगे समझाइश

डीएफओ चुड़ामनी सिंह कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान का कहना है कि गांव के समूह के द्वारा एक जगह पैसा लिया जा रहा है, जबकि एक जगह पर टिकट चेक किया जा रहा है, पर्यटकों को समझाइश दी जा रही है। आज निरीक्षण किया जाएगा, खतरे वाले जगह को बंद भी किया जाएगा।

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