बिलासपुर
पूर्व एजी वर्मा से भी किया गया था ठगी का प्रयास
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 21 जुलाई। छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट के महाधिवक्ता प्रफुल्ल कुमार भारत का वॉट्सएप हैक कर जालसाजों ने उनके परिचितों से रुपये मांगे। साथी अधिवक्ताओं ने महाधिवक्ता को जब इस जालसाजी की सूचना दी, तब उन्होंने चकरभाठा थाने में शिकायत दर्ज कराई।
चकरभाठा थाने के प्रभारी निरीक्षक रविंद्र अनंत ने बताया कि महाधिवक्ता की शिकायत पर पुलिस ने आइटी एक्ट की धारा 66(घ) और भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(4), 319(2), 62 के तहत मामला दर्ज कर जालसाजों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस ने तकनीकी जांच के आधार पर आरोपियों की पहचान की कोशिशें तेज कर दी हैं।
महाधिवक्ता भारत ने पुलिस को बताया कि किसी ने उनका वॉट्सएप हैक कर उनके संपर्कों पर मैसेज भेजकर रुपये मांगे। साथी अधिवक्ताओं ने उन्हें इस धोखाधड़ी की जानकारी दी, जिसके बाद उन्होंने चकरभाठा थाने में इसकी शिकायत की। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कार्रवाई करते हुए वॉट्सएप को डिएक्टिवेट कर दिया, ताकि जालसाज आगे इसका दुरुपयोग न कर सकें।
एसीसीयू के प्रभारी एएसपी अनुज कुमार ने बताया कि साइबर ठग लगातार अपने ठगी के तरीके बदल रहे हैं और लोगों की जमा पूंजी पर निशाना साध रहे हैं। उन्होंने सलाह दी कि मैसेज या फोन कॉल में रुपये मांगने पर तुरंत ऑनलाइन ट्रांसफर करने से बचना चाहिए और सबसे पहले उसकी जांच करनी चाहिए। जालसाज परिचित बनकर धोखाधड़ी की घटना को अंजाम देते हैं, इसलिए रुपये ट्रांसफर करने से पहले पूरी जानकारी लेना आवश्यक है।
इससे पहले भी पूर्व महाधिवक्ता सतीश चंद्र वर्मा से ठगी का प्रयास किया गया था। पूर्व महाधिवक्ता के पास उनके बेटे के गिरफ्तार होने की झूठी जानकारी देकर रुपये मांगे गए थे। लेकिन उन्होंने सतर्कता दिखाते हुए मामले की जानकारी पुलिस को दी। यह मामला अभी जांच में है।