रायपुर
पिता के लिए दवा लेने जा रही थी बेटी, हिट एंड रन का मामला
रांग साइड से आकर जान लेकर फरार हो गया जशपुर रजिस्टर्ड हेक्टर चालक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 2 अगस्त। पिता के लिए दवा लेने जा रही बेटी हिट एंड रन का शिकार हुई। युवती की मौके पर ही मौत हो गई। गुरूवार दोपहर तेलीबांधा रिंग रोड में तेज रफ्तार एमजी हेक्टर की ठोकर से स्कूटी सवार 21 साल की युवती की मौत हो गई। और वहीं एमजी हेक्टर कार चालक मौके से भागकर खम्हारडीह थाना के पार्किंग में कार खड़ी कर फरार हो गया।
सूचना मिलने पर तेलीबांधा पुलिस मौके पर पहुंची और आगे की कार्रवाई कर अज्ञात आरोपी की तलाश कर रही है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। हेक्टर नंबर सीजी14एमपी0686 किसी शिखा अग्रवाल के नाम से आर टी ओ में रजिस्टर्ड है । बीते 20 जुलाई को ट्रैफिक रूल तोडऩे को लेकर 2 हजार रूपए का चालान हो चुका है। जिसे अब तक पटाया नहीं गया है। कार जशपुर रजिस्टर्ड है। तेलीबांधा पुलिस ने चालक के खिलाफ धारा 106 का मामला दर्ज कर लिया है।
पीएम के बाद शव लेकर परिजन गृह नगर राउरकेला रवाना हो गए हैं। जहां अंतिम संस्कार किया जाएगा। मृत युवती की पहचान वीआईपी रोड स्थित अमलतास सोसाइटी निवासी श्रेष्ठा सत्यपथी (21) के रूप में हुई है। वह अपने पिता के लिए दवाई लेने निकली थी। उन्हें अपच की? शिकायत हो रही थी। इसी दौरान यह हादसा हुआ और युवती की मौके पर ही मौत हो गई। पिता आभास सत्पथी एसबीआई में एजीएम के पद पर पदस्थ हैं। और वह सुबह 11 बजे दवा लेने जा रही थी। हेक्टर चालक रांग साइड से आया और जान लेकर फरार हो गया।मृतका ने हाल में नीट परीक्षा पास किया था। और अगले सप्ताह एडमिशन के लिए काउंसलिंग में जाने वाली थी। उसका एक छोटा भाई है। जो 9 वीं कक्षा में अध्ययनरत है। राखी से ठीक पहले कलाई सूनी हो जाने से रो रोकर उसका बुरा हाल है?।
जान बच सकती थी
पुलिस ने यह व्यवस्था कर ली होती तो श्रेष्ठा की जान बच जाती। बता दे कि बीते मार्च अप्रैल में कलेक्टर, एसएसपी निगम आयुक्त ने सदलबल तेलीबांधा चौक का मुआयना किया था। इस दौरान बाएं तरफ की सर्विस रोड समेत कई व्यवस्था करने के निर्देश दिए थे। जो अब तक नहीं किए जा सके हैं। और कार चालकों का रांग साइड से आना बदस्तूर जारी है। इस दौरान कई छोटी छोटी घटनाएं हो रही हैं। ट्रैफिक पुलिस ने उन निर्देशों के तहत चौक की व्यवस्था सुधार ली होती तो श्रेष्ठा को जान न गंवानी पड़ती।
यह व्यवस्था भी दम तोड़ गई
इसी तरह से फ्लाईओवर के नीचे सर्विस रोड पर रांग साइड एंट्री रोकने निगम ने एक बेहतरीन व्यवस्था की थी। निगम ने बॉटल नेक कहे जाने वाले शहर के कई सर्विस रोड पर टायर भ्रस्टर लगाए थे। इन्हें ट्रेफिक पुलिस ने उसकी सहमति न लेते हुए लगाए जाने पर आपत्ति की थी। और उसके बाद निगम ने अन्य सडक़ों पर नहीं लगाया। जो लगे थे वे भी कबाडिय़ों के हाथ लगे । ट्रैफिक पुलिस एक तरफ ट्रैफिक सुधार के दावे करती है और दूसरी ओर अपने ही निर्णयों, निर्देशों का पालन नहीं करती।