बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 30 दिसम्बर। आज प्रदेश सरकार ने एक बार फिर से बस्तर की जनता के हित मे ऐतिहासिक फैसला लिया है जिसमें सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि अगर केंद्र सरकार नगरनार प्लांट का विनिवेशीकरण करती है तो छत्तीसगढ़ सरकार खरीदेगी। यह फैसला जनता के हित में लिया गया। उक्त बातें जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी ने कही।
बस्तर के सपनों का कारखाना नगरनार प्लांट के विनिवेशीकरण को लेकर लगातार विरोध कर रहे जिला पंचायत अध्यक्ष व युवा नेता हरीश कवासी ने विज्ञप्ति जारी कर हाल ही प्रदेश सरकार के द्वारा नगरनार प्लांट को लेकर लिया गया निर्णय को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा कि पिछले 15 सालों में बस्तर पिछड़ गया है। अब बस्तरवासियों की उम्मीद नगरनार प्लांट पर लगी हुई है क्योंकि इस प्लांट से सैकड़ों बेरोजगार आदिवासियों को लाभ होगा लेकिन केंद्र की भाजपा सरकार ने प्लांट को निजी हाथों में देने का फैसला करते हुए विनिवेशीकरण करने का निर्णय लिया है जिसका विरोध मैं कर रहा हूं क्योंकि मेरा मानना है कि अगर बस्तर के खनिज संपदा को लेकर प्लांट लगा है तो उसमें काम करने वाले व अन्य लाभ पर सिर्फ और सिर्फ बस्तर की जनता का हक है। लेकिन केंद्र की भाजपा सरकार बस्तरवासियों के हक को मारने का काम कर रही है। लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे। हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जिनका हर फैसला जनता के हित में रहता है। आज एक और छत्तीसगढ़ विधानसभा में सर्व सम्मति से संकल्प पारित किया गया कि अगर नगरनार का विनिवेशीकरण होने की स्थिति निर्मित होगी तो छत्तीसगढ़ सरकार उसे खरीदेगा। इस निर्णय का बस्तर की जनता स्वागत करती है। क्योंकि हमारे हक की लड़ाई कांग्रेस की सरकार व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व मंत्री कवासी लखमा लड़ रहे हैं। उनका हर फैसला जनता के हित में होता है। और इस निर्णय से आने वाले दिनों में बस्तर का फायदा होगा।