रायगढ़
रिटायर्ड शिक्षक के खाते से 21 लाख की ठगी महाराष्ट्र के बैंक में जमा हुए हैं रुपए
छत्तीसगढ़ संवाददाता
रायगढ़, 6 जनवरी। रायगढ़ जिले के लैलूंगा के एक रिटायर्ड शिक्षाकर्मी के खाते से 21 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। अभी तक की पुलिस जांच में यह पता चला कि आरोपियों ने जिन खातों को रुपए निकालने के लिए इस्तेमाल किए। वे सभी महाराष्ट्र के थे। पुलिस लगातार खाते नंबर और मोबाइल नंबरों से आरोपियों की लोकेशन ट्रेस करने की कोशिश कर रही है।
मंगलवार को लैलूंगा थाने में एक रिटायर्ड शिक्षक के खाते से 21 लाख रुपए की ठगी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई। शिक्षाकर्मी की बेटी के पास स्नैपडील का कर्मी बनकर एक ठग ने फोन किया था। आरोपी ने लक्की ड्रॉ में टाटा सफारी फंसने की जानकारी दी। युवती से रजिस्ट्रेशन फीस और जीएसटी चार्ज के नाम पर पहले अकाउंट डिटेल मांगे। इसके बाद खाते से चार अलग खातों में 4-4 लाख और एक खाते में 1 लाख रुपए ट्रांजेक्शन किए। युवती ने आरोपी को बार-बार फोन पर पूरे ओटीपी की जानकारी दी। जिस कारण आरोपियों ने खातों से रुपए निकाले। आरोपियों ने महाराष्ट्र के खातों का इस्तेमाल किया है।
5 लाख की लिमिट होने के बाद भी हो गई ठगी
पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में 5 लाख रुपए होल्ड होने की बात लिखी थी। जबकि जिस खाते से 21 लाख रुपए उड़ाए गए हैं। उस खाते में 5 लाख रुपए की लिमिटेशन तय कर दी है। ताकि भविष्य में कोई आरोपी ज्यादा अमाउंट ना निकाल सके। ठगों ने खाते में कुछ भी नहीं छोड़ा है।
कंपनी की वेबसाईट गूगल में नहीं
लैलूंगा स्टेट बैंक के मुख्य प्रबंधक मनोज कुमार सिंह बताते हैं कि गूगल में सीधे कस्टमर केयर का नंबर सर्च करने की बजाय पहले संबंधित प्रबंधन की साइट पर जाएं। साइट पर दिए गए कस्टमर केयर नंबर से ही संपर्क करें, ना कि गूगल पर सीधे आने पर नंबर पर। ताकि कोई भी व्यक्ति फर्जी नंबरों के जरिए ठगी होने से बच सके। बैंक द्वारा कभी भी खाताधारक से एटीएम या पिन संबंधित कोई जानकारी नहीं मांगी जाती।