राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 जनवरी। पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता रजिंदरपाल सिंह भाटिया ने जारी बयान में कांग्रेस की भूपेश सरकार पर किसानों से वादा-खिलाफी का आरोप लगाते कहा कि केन्द्रीय कृषि कानून में किसानों से खरीदे गए धान का 72 घंटे के भीतर एकमुश्त भुगतान करने का प्रावधान है, किंतु छत्तीसगढ़ में वर्तमान में धान खरीदी के दौरान किसानों को पखवाड़ेभर से अधिक समय बीतने के बाद सिर्फ समर्थन मूल्य ही दिया जा रहा है और शेष राशि को किस्तों में दिया जा रहा है, जो केन्द्रीय कृषि कानून का खुला उल्लंघन है।
श्री भाटिया ने कहा कि भूपेश सरकार खुद को किसानों का हितैषी बताने का ढोंग कर रही है और दिल्ली बार्डर पर आंदोलन में बैठे किसानों के नाम पर एक पैली धान, एक रुपए चंदा अभियान चला रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को चाहिए कि पहले छत्तीसगढ़ के उन किसानों की चिंता करें, जो अपनी मेहनत की कमाई को सोसायटियों को बेचने के लिए कई तरह की परेशानियों से जूझ रहे हैं।
आगे कहा कि राज्य सरकार की लापरवाही और अदूरदर्शिता के कारण प्रदेश के किसान समय पर अपना धान भी नहीं बेच पा रहे हैं। सोसायटियों में बारदाना का संकट बना हुआ है। खरीदे गए धान का समुचित उठाव नहीं हो पा रहा है। किसान खुद के बारदानों में भी धान बेचने के लिए सोसायटियों का चक्कर लगा रहे हैं। इन सबकी चिंता छोडक़र भूपेश सरकार को दिल्ली में आंदोलन में बैठे किसानों की चिंता सता रही है और उनके नाम पर एक पैली धान, एक रुपए दान नाम से चंदा वसूली कर रही है।