बस्तर
![भारतीय संस्कृति की रक्षा करने में क्षत्रिय राजपूतों का योगदान सर्वोपरि-तोमर भारतीय संस्कृति की रक्षा करने में क्षत्रिय राजपूतों का योगदान सर्वोपरि-तोमर](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1611933180.jpg)
राजपूत करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष का जगदलपुर आगमन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 29 जनवरी। श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह तोमर का आगमन जगदलपुर में गुरुवार को हुआ। वे बस्तर संभाग में अपनी टीम खड़ी करने के उद्देश्य से आये हुए थे। जिन्होंने राजपूत समाज को एकजुट करने का संकल्प लिया है।
श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के संभागीय अध्यक्ष संग्राम सिंह राणा ने बहुत जल्द अपने वरिष्ठों से सलाह लेकर पूरे बस्तर संभाग में टीम खड़ी करने की बात कही। दंतेवाड़ा, बीजापुर, सुकमा, बस्तर, कोंडागांव, कांकेर, नारायणपुर में नए जिलाध्यक्ष की घोषणा फरवरी के प्रथम सप्ताह में करने की बात कही गई है।
वीरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि 600 वर्षों तक राजपूतों ने ना केवल भारत पर शासन किया। बल्कि विदेशी आक्रमणकारियों के खिलाफ देश की रक्षा की। भारतीय सभ्यता, संस्कृति तथा धर्म के संरक्षण एवं पोषण में जाति का प्रभाव अतुलनीय है। भारतीय संस्कृति की रक्षा करने में क्षत्रिय राजपूत कुलों का योगदान सर्वोपरि रहा है
संभागीय अध्यक्ष संग्राम सिंह राणा ने कहा कि करणी सेना कोई राजनीतिक संगठन नहीं है। करणी सेना ना केवल राजपूतों के गौरव की रक्षा कर रही है, बल्कि यह संगठन समाज के हितों की भी चिंता करता है। करणी सेना हिंदू संस्कृति के संरक्षण का काम कर रही है।
इस बैठक में मुख्य रूप से शक्ति सिंह चौहान, जे.बी.सिंह, ए.एन.साही, गजेंद्र सिंह , विनय सिंह सहित समाज के लोग उपस्थित थे