बस्तर
![आचार्य महाश्रमण की 50 हजार किमी की पदयात्रा पूरी आचार्य महाश्रमण की 50 हजार किमी की पदयात्रा पूरी](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/16119333873.jpg)
भारत के 23 राज्यों, नेपाल व भूटान में जगाई अहिंसा की अलख
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 29 जनवरी। अहिंसा यात्रा के प्रणेता तेरापंथ धर्मसंघ के 11वें अधिशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण ने कल पदयात्रा करते हुए 50 हजार किलोमीटर के आंकड़े को पार कर एक नए इतिहास का सृजन कर लिया। भारत के 23 राज्यों और नेपाल व भूटान में सद्भावना नैतिकता, एवं नशामुक्ति की अलख जगाने वाले आचार्य श्री महाश्रमणजी की प्रेरणा से प्रभावित होकर करोड़ों लोग नशामुक्ति की प्रतिज्ञा स्वीकार कर चुके हैं।
वर्तमान में नक्सल प्रभावित बस्तर अंचल में यात्रायित आचार्यश्री महाश्रमणजी ने कल प्रात: कोण्डागांव जिले के दहीकोंगा से जिला मुख्यालय कोंडागांव की ओर प्रस्थान किया और करीब सात सौ मीटर की दूरी तय करने के उपरान्त उन्होंने अपनी पदयात्रा का 6 करोड़ 94 लाख 4 हजार 444वां कदम रखते हुए,50 हजार किलोमीटर के आंकड़े को पार कर लिया। देश की राजधानी दिल्ली के लालकिले से सन् 2014 में अहिंसा यात्रा का प्रारंभ करने वाले आचार्यश्री ने न केवल भारत, अपितु नेपाल, भूटान जैसे देशों में भी मानवता के उत्थान का महत्वपूर्ण कार्य किया है। आचार्यश्री देश के राष्ट्रपति भवन से लेकर गांवों की झोपड़ी तक शांति का संदेश देने का कार्य कर रहे हैं। अहिंसा यात्रा के प्रारंभ से पूर्व भी सुप्रसिद्ध जैन आचार्यश्री महाश्रमणजी ने स्वपरकल्याण के उद्देश्य से करीब 34 हजार किलोमीटर का पैदल सफर कर लिया था।